गर्भधारण में पैरासिटामोल, फी मेल चाइल्ड के लिए नुकसान देह
| 1/8/2018 10:00:34 AM

Editor :- Rishi

नई दिल्ली.
गर्भधारण के समय यदि महिला को किसी तरह का दर्द होता है तो वह कौन से सुरक्षित दवा का सेवन करें? इस परेशानी को लेकर अधिकांश चिकित्सक पैरासिटामोल को सबसे सुरक्षित दवा मानते आएं है, लेकिन हाल ही में हुए एक अध्ययन में सामने आया है कि गर्भवती महिला के पैरासिटामोल के सेवन से गर्भ में पल रही फी मेल चाइल्ड को भविष्य में प्रजनन संबंधी कई परेशानियों का सामाना कर पड़ता है। गर्भधारण के समय होने वाले हार्मोनल बदलावा बच्चेदानी में पल रहे शिशु की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करती है।
इंडोक्राइन कनेक्शन में इस बावत प्रकाशित शोध के अनुसार पैरासिटामोल और एस्टामोफिन ओटीसी दवाएं है, जिसे मरीज अकसर चिकित्सक की बिना सलाह के लेते है, आंकड़ों के अनुसार गर्भवती महिलाएं भी दर्द होने पर पैरासिटामोल का ही सेवन करती हैं, अध्ययन के अनुसार गर्भ के किसी भी महीने में इसका सेवन गर्भ में पल रहे शिशु खासकर फी मेल शिशु की प्रजनन क्षमता पर असर डालती हैं, हालांकि इस संदर्भ में मेल शिशु पर दवा के असर का अध्ययन अभी नहीं किया गया है। कोफेशन यूनिवर्सिटी और हॉस्पटल के शोध कर्ता डॉ. डेविड क्रिस्टन ने बताया कि दवा में प्रयोग किए गए साल्ट और गर्भधारण के समय होने वाले हार्मोनल परिवर्तन फीमेल शिशु की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं, क्योंकि फी मेल शिशु जन्म से ही निर्धारित अंडाश्यों को लेकर पैदा होती हैं, जो भविष्य में उसकी प्रजनन क्षमता को भी निर्धारित करता है। विशेषज्ञ होने के नाते डॉ. क्रिश्टन और टीम गर्भवती महिला को दर्द के समय किसी भी तरह की दर्द निवारक और एंटीबायोटिक दवाएं लेने से मना करते हैं। शोध के अनुसार चिकित्सकों को इस बात पर अधिक ध्यान देना चाहिए कि गर्भवती महिला को यदि दर्द हो तो उसे ऐसी कौन सी सुरक्षित दवाएं दी जा सकती हैं, जिससे भविष्य में उसके और बच्चे पर नकारात्मक असर न पड़े।


Browse By Tags



Videos
Related News

Copyright © 2016 Sehat 365. All rights reserved          /         No of Visitors:- 556079