कोरोना टीकाकरण से जुड़ी यह बातें अब ध्यान से समझ लें
| 3/24/2021 10:27:13 PM

Editor :- Mini


नई दिल्ली,

16 जनवरी से शुरू कोरोना टीकाकरण में बीते दो दिनों में सरकार ने अहम बदलाव किए हैं। जिससे टीकाकरण की प्रक्रिया आसान और अधिक प्रभावी होगी, इसके साथ ही अब अधिक लोगों को वैक्सीन दिया जा सकेगा। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा सोमवार को सभी राज्यों को लिखे पत्र में कहा कि कोविशील्ड की दो डोज अब चार से छह हफ्ते की जगह चार से आठ हफ्ते के बीच दी जाएगी। इसके साथ ही मंगलवार को टीकाकरण की उम्र घटा कर 45 साल से अधिक कर दी गई है, 31 दिसंबर 1976 के पहले जन्म लेने वाले सभी लोग अब बिना मेडिकल प्रमाणपत्र दिखाएं वैक्सीन ले पाएगें। टीकाकरण की नई व्यवस्था के तहत आपको कुछ अहम बातें ध्यान रखनी हैं-

कोविशील्ड दूसरी डोज अपनी सुविधा अनुसार लें-
कोविशील्ड की दूसरी डोज का समय अंतराल बढ़ाने के साथ ही अब दूसरी डोज का समय स्वेच्छा अनुसार चयन करने का अधिकार दिया गया है। इसके लिए कोविन पोर्टल अब ऑटोमेटिक आपको तारीख नहीं देगा। लेकिन यह सुझाव दिया जाता है कि कम से कम चार हफ्ते और अधिक से अधिक आठ हफ्ते के बीच आप कोरोना की कोविशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज अवश्य लगवा लें, यदि आठ हफ्ते बाद भी आप दूसरी डोज नहीं लगाते हैं तो पहली डोज पर्याप्त एंटीबॉडी विकसित नहीं कर पाएगी और संक्रमण का जोखिम बना रहेगा।

45 साल से अधिक सभी लोगों को टीका-

टीकाकरण का दायरा बढ़ाते हुए सरकार ने 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना का वैक्सीन शुरू कर दिया है। एक अप्रैल से 45 साल से अधिक आयु वर्ग के लोग कोविन पर पंजीकरण करा सकेंगे, इसके लिए किसी भी तरह की कोमोबिडिज बीमारी का प्रमाणपत्र नहीं दिखाना होगा। 45 साल की आयु पात्रता 31 दिसंबर 1976 से पहले जन्में लोगों के लिए मानी जाएगी। व्यवस्था को सुविधाजनक बनाने के लिए कोमोरबिड श्रेणी को हटा दिया गया है। कोविन पोर्टल में बदलाव करते हुए अब कोविन का सिस्टम एक अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का पंजीकरण स्वीकार कर सकेगा।

वैक्सीन की नहीं है कमी-
देश में वैक्सीन की कमी नहीं है। उम्र का दायरा कम करने के बावजूद देश में वैक्सीन का पर्याप्त भंडार है। इसलिए किसी को भी पैनिक होने की जरूरत नहीं है।

कुछ हो गड़बड़ तो करें 1075 पर कॉल-

वैक्सीनेशन केन्द्र पर अपने टीकाकरण की हार्ड और सॉफ्ट कॉपी जरूर लें, पहले डोज के बाद भी क्यूआर आधारित प्रमाणपत्र दिया जाता है और दूसरी डोज के बाद भी। इसके लिए आपको अस्पताल या क्लीनिक को प्रमाणपत्र की फोटो कॉपी के अतिरिक्त पैसे देने की जरूरत नहीं है। सरकार द्वारा निर्धारित 250 सौ रुपये में सौ रुपए सुविधा शुल्क रखा गया है, जिसमें फोटोकॉपी का शुल्क भी शामिल है। यदि निजी अस्पताल गाइडलाइन का पालन करने या व्यवस्था में कोई गड़बड़ी करते हैं तो आप 1075 पर कॉल कर शिकायत कर सकते हैं। यदि पहले ही कोविन पर ऑनलाइन एप्वाइटमेंट लिया है तो दोबारा पंजीकरण की जरूरत नहीं है। इससे जुड़ी शिकायत भी आप 1075 पर कॉल कर शिकायत कर सकते हैं।


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