नई दिल्ली,
अगर आपको बहुत अच्छी और गहरी नींद आती है तो बुढ़ापे में आप अल्जाइमर के खतरों से दूर रहेंगे, हाल ही में हुए एक अध्ययन मे इस बात का खुलासा हुआ है कि अच्छी और गहरी नींद अल्जाइमर के लिए कारक अमॉइलायड बीटा प्रोटीन का सफाया करता है, और अगर उम्र के शुरूआती दिनों से ही आपकी नींद बेहतर है तो यह बुढ़ापे में भूलने की यह बीमारी आपके पास भी नहीं फटकेगी।
न्यूरोडिजेनेरेटिव जैसे डिमेंन्शिया, एडी और मनोभ्रश आदि आदि पर न्यूरोफिजियोलॉजी जर्नल में एक शोध पत्र प्रकाशित हुआ है। पाया गया कि अच्छी नींद मस्तिष्क मे बहुत अधिक जमा होने से पहले ही अमाइलॉयड बीटा को खत्म करने में मदद करती है।
अध्ययन के अनुसार कम गहरी नींद लेने वाले वृद्ध लोगो में मस्तिष्क प्रोटीन टाउ का स्तर अधिक होता है, जिससे स्मृति में क्षति और भ्रम की स्थिति का असर समय से पहले ही दिखने लगता है। बाद में यही टाउ प्रोटीन मस्तिष्क में गुच्छे के रूप में दिखने लगता है, जिससे बाद में दिमाग में एट्राफी होता है, इस स्तर से ही भूलने और मस्तिष्क की अन्य डिजेनिरेटिव बीमारियों की शुरूआत होती है।
इस बार में आईएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल कहते हैं कि एडी या अल्जाइमर बीमारी धीरे धीरे बढ़ने वाली बीमारी है, 65 साल की आयु तक लगभग पांच से छह प्रतिशत लोग इससे प्रभावित होते हैं। विश्व भर में मनोभ्रंश या भूलने की बीमारी के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है। एक प्रतिशत मामलों में एडी पारिवारिक या जेनेटिक होती है, इसमें एक विशेष तरह का ऑटोसोमल डोमिनेंट पैटर्न मिलता है। स्वस्थ्य आहार और व्यायाम की मदद से एडी के होने वाले गंभीर खतरों से बचा जा सकता है।