नई दिल्ली: ड्राई आई, आंखों की एक ऐसी बीमारी है जो समय के साथ अधिक से अधिक लोगों को अपनी गिरफ्त में लेती जा रही है। यह समस्या वैसे तो सामान्य है, लेकिन इसे नजरअंदाज करने पर यह आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। इस बारे में सही जानकारी हो, तो इससे अपनी आंखों को बचा सकते हैं। इस बारे में कुछ खास जानकारी :-
क्या है ड्राई आई: सामान्य शब्दों में अगर हम कहें, तो इसमें आंखों में प्रयाप्त मात्रा में नमी की कमी हो जाती है, जो आंखों के लिए हानिकारक है।
लक्षण : आंखों में खुजली, जलन, संवेदनशीलता, लाली, आंखों की नमी का अचानक कम हो जाना आदि इसके कुछ सामान्य लक्षण हैं।
कारण : इसके कई कारण हैं:
डॉ.अंशिमा ने का कहना है कि स्मॉग आंखों के लिए बड़ा खतरा है। सर्दी के दिनों में वातावरण मे स्मॉग (फॉग और धुएं का मिश्रण) बहुत बढ़ जाता है, जिसकी वजह से आंखों की ड्राइ आइज जैसी समस्या भी बढ़ जाती हैं। ऐसा नहीं है कि केवल स्मॉग ही ड्राइ आइज का कारण है, लेकिन हम इस बात से भी इनकार नहीं कर सकते कि यह ड्राइ आइज या एलर्जी जैसी समस्याओं को बढ़ाता है।
सर्जरी : कई बार ऐसा भी देखा गया है कि किसी भी प्रकार की आंखों की सर्जरी के बाद कुछ समय तक ड्राइ आइज की समस्या हो जाती है।
हॉर्मोन संबंधी कारण : ड्राई आइज की समस्या पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को अधिक होती है, जिसका कारण प्रेग्नेंसी या गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन की वजह से महिलाओं के हार्मोन में आया परिवर्तन हो सकता है।
मेकअप : हेवी आई मेकअप से कई बार ऐसा होता है कि आखों के ऑयल ग्लैंड्स में ब्लॉकेज हो जाता है, जिसके कारण भी ड्राइ आइज की समस्या होती है ।
इलाज:
– आंखों को जितना हो सके मोबाइल और लैपटॉप से दूर रखें।
– फौरन किसी अच्छे नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें तथा बिना उनकी सलाह
के किसी भी प्रकार की दवा या फिर आइड्रॉप का प्रयोग ना करें।
– आंखों को धुएं से बचाएं।
– अधिक से अधिक पानी पिएं और विटामिन ए, सी, ई और ओमेगा फैटी ऐसिड युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
– बिना चिकित्सक की सलाह के कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग न करें।