गाज़ियाबाद में बीते आठ साल से ट्रैफिक की कमान संभालने वाली महिला डोरेक फ्रानिस बच्चे दानी के कैंसर से जूझ रही है, 21 नवम्बर से एम्स के महिला और प्रसूति विभाग में भर्ती डोरेक के परिवार के आर्थिक हालात ठीक नहीं. महँगे इलाज के चलते बुधवार सुबह डोरेक को वैशाली मैक्स रेफेर कर दिया गया. मिली जानकारी के अनुसार डोरेक की 23 नवम्बर एम्स में सर्जरी हुई, लेकिन कैंसर की अंतिम अवस्था होने के कारण उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ. बेटी डॉली ने बताया कि यहाँ रोजाना इलाज का दो से तीन हज़ार रुपये खर्च आ रहा था, जो हम वहन नहीं कर पा रहे. मंगलवार शाम को डोरेक को मैक्स रेफेर करने की तैयारी शुरू की गयी, जहाँ फिलहाल महिला के इलाज का कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा. मालूम हो कि डोरेक का बेटा बंटी ऑटो चलता है और बेटी निजी सुरक्षा गार्ड का काम करती है जिसका भी वेतन तीन महीने से नहीं मिला. डोरेक ने जब गाज़ियाबाद में टैफिक की कमान सभालने की जिम्मेदारी ली थी तब सब ने उसका मजाक बनाया था, लेकिन सड़क हादसे में एक परिवार के दो लोगो की मौत के बाद वह खुद को रोक नहीं पाई.