नई दिल्ली,
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र और पंजाब में कोरोना के मामलों में लगातार हो रही वृद्धि को गंभीर चिंता का विषय माना। ज्ञात हो महाराष्ट्र और पंजाब में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं, गुजरात और मध्यप्रदेश में भी कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं।
केन्द्र लगातार इन राज्यों के संपर्क रहकर पहुंचा रहा हर संभव मदद
बुधवार को आयोजित प्रेस वार्ता में स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि महाराष्ट्र और पंजाब गंभीर चिंता का विषय है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में ही 28 हजार मामले सामने आए हैं। वहीं, पंजाब में अपनी कुल जनसंख्या के अनुपात में बहुत अधिक संख्या में नए मामले आ रहे हैं।
देश के अन्य 6 राज्य व संघ शासित प्रदेश भी चिंता का विषय
इसी तरह देश के अन्य छह राज्य व संघ शासित प्रदेश भी चिंता का विषय बने हुए हैं। इनमें गुजरात, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़ और चंडीगढ़ शामिल है। राजेश भूषण बताया कि इन राज्यों से केन्द्र लगातार संपर्क में है और इन्हें हर संभव मदद दी जा रही है।
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 10 जिलों में केन्द्रित
कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 10 जिलों में केंद्रित हैं, ये जिले हैं- पुणे, नागपुर, मुंबई, ठाणे, नासिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु अर्बन, नांदेड, जलगांव, अकोला। जिन 10 जिलों में सक्रिय मामले केन्द्रित हैं उनमें से 9 जिले महाराष्ट्र और एक जिला कर्नाटक के अंर्तगत आता है।
कोविशील्ड की दूसरी डोज का समय 6 हफ्ते से बढ़ाकर 8 हफ्ते किया गया
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि देश में वैज्ञानिक और विशेषज्ञों की कमेटी एनटैगी और नेगवैक ने कोविशील्ड वैक्सीन के दूसरे डोज की मियाद को 4-6 हफ्ते से बढ़ाकर 8 हफ्ते तक कर दी है। जबकि कोवैक्सीन के लिए यह मियाद 4-6 हफ्ते तक बरकरार है।
उन्होंने बताया कि कमेटी की दूसरी अनुशंसा है कि 45 साल से ऊपर के उम्र वाले लोगों का टीकाकरण किया जाए क्योंकि देश में 88 % मौत इसी आयु वर्ग के लोगों की हुई है। इसलिए इस आयु वर्ग के लोगों को पहले टीका लगाया जाए। इस कमेटी की अनुशंसा पर देश में एक अप्रैल से इस आयु वर्ग के सभी लोगों को टीका लगाने का काम शुरू किया जा रहा है।