क्यूं एम्स के डाक्टर ने कहा सर्दी में बुजुर्गो को नहीं पीना चाहिद ज्यादा पीना

नई दिल्ली
फरवरी का महीना शुरू होने के बाद भी दिल्ली वालों को सर्दी से राहत नहीं मिल रही है। सर्द हवाएं दोपहर में भी कड़ी ठंड का एहसास दिलाती है। ऐसे में बुजुर्ग और दिल के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है। अकसर सर्दी में सेहत संबधी जागरूकता केवल स्मॉग और फॉग तक ही सीमित रहती हैं, जबकि हृदयघात, किडनी और मधुमेह रोगियों को भी सर्दी में उतनी ही सावधानी बरतनी चाहिए।
एम्स के कार्डियोलॉजी विभाग के डॉ. राकेश यादव ने बताया कि ऐसे बुजुर्ग या मरीज जिनका, बीपी अनियंत्रित रहता है या जिनकी हार्ट अटैक की सर्जरी हो चुकी है उन्हें सर्दी में एक्सट्रीम ठंड के संपर्क में आने से बचना चाहिए। तापमान में एकदम से बदलाव बीपी को बढ़ा सकता है, इसके साथ ही सर्दी में क्योंकि पसीना नहीं आता है इसलिए अधिक पानी से बचना चाहिए। पानी ज्यादा पीने से किडनी को अधिक काम करना पड़ता है और बुजुर्गो की किडनी पर दोगुना असर पड़ता है। देखा गया है कि सर्दियों में दस से बीस एमएल ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है, जिसकी वजह से ही बीपी अनियंत्रित होने की समस्या अकसर देखने को मिलती है। अगर आप सर्दी में एसी की गाड़ी में सफर कर रहे हैं तो तुरंत एसी से बाहर न निकलें, थोड़ा तापमान को सामान्य होने दे, इसके साथ ही शरीर को पूरा ढंके, इसमें काम और नाक भी शामिल हैंं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *