नई दिल्ली
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के सहयोग से हेपेटाइटिस बी और सी के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए चलाये जा रहे इम्पैथी कैम्पेन का 10 दिनों का जागरूकता अभियान सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। यह अभियान दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के उन स्टेशनों पर चलाया गया जहाँ यात्रियों की संख्या सर्वाधिक रहती है।
डीएमआरसी पिछले एक साल से अधिक समय से ‘इम्पैथी कैम्पेन एम्पोवरिंग पीपल अगेंस्ट हेपेटाइटिस’ के तत्वावधान में ‘इंस्टिट्यूट ऑफ़ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज’ संस्थान के साथ सहयोग कर रहा है। इसके अंतर्गत कई जागरूकता शिविर और स्क्रीनिंग गतिविधियों का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस सहयोग को आगे बढ़ाते हुए इम्पैथी कैम्पेन को दिल्ली मेट्रो नेटवर्क कों भी शामिल किया गया, जहां हेपेटाइटिस बी एंड सी के बारे में प्रतिदिन 10000 से अधिक यात्रियों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। आईएलबीएस द्वारा इस अभियान के अंतर्गत वायरल हेपेटाइटिस बी और सी से संबंधित सूचनात्मक डिज़ाइन और ग्राफिक्स दिल्ली मेट्रो के बड़े स्टेशनों पर प्रदर्शित किया गया।
इसके अलावा यात्रियों की बेहतर भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए वायरल हेपेटाइटिस बी एंड सी से संबन्धित एक क्विज का आयोजन भी किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में मेट्रो यात्रियों ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया। जिन भागीदारों ने 80% से अधिक सही जवाब दिए उन्हें उपयुक्त पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया। यह पहल यात्रियों की सक्रिय भागीदारी प्राप्त करने में समर्थ रहा। लोगों ने जागरूकता बूथों पर रुक कर इन संक्रमणों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
10 दिनों तक चले इस जागरूकता अभियान में यात्रियों की बड़ी संख्या में भागीदारी रही। मेट्रो स्टेशनों पर स्वयंसेवकों ने हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) और हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) के बारे में जागरूकता फैलाई। इस वायरल हेपेटाइटिस संक्रमण के बारे में लोगों में बहुत ही कम जागरूकता है। उन्होंने यात्रियों को हेपेटाइटिस बी एंड सी के लिए स्क्रीनिंग के महत्व को भी समझाया और उन्हें समय पर परीक्षण करने और निदान के रूप में हेपेटाइटिस बी का टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित किया।
अभियान के अंतिम दिन औसतन हर 2 मिनट में एक दिल्लीवासी ने इम्पैथी क्विज में भाग लिया, जिनमें से 60% से अधिक लोगों ने 80% प्रश्नों का सही उत्तर दिया।
“हमारे इस अभियान का उद्देश्य नये दृष्टिकोण अपनाते हुए वायरल हेपेटाइटिस बी एंड सी की महामारी के बारे में जागरूकता उत्पन्न करन है। दुर्भाग्यवश संक्रमण से पीड़ित लगभग 90% लोग इससे अंजान हैं और इस अभियान के माध्यम से हम सामुदायिक जागरूकता उत्पन्न करना चाहते हैं। ‘दिल्ली मेट्रो हेपेटाइटिस ड्राइव’ ने हमें विश्वास दिलाया है कि दिल्ली की जनता हेपेटाइटिस बी एंड सी के खतरे से अवगत हो रही है। हमें उम्मीद है कि पूरा देश इसका अनुसरण करेगा,” इंस्टिट्यूट ऑफ़ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. शिव के. सरीन ने ये बातें कहीं। उन्होंने इस अभियान में सहयोग के लिए दिल्ली मेट्रो के एमडी श्री मंगू सिंह जी को भी धन्यवाद कहा।
“एक व्यक्ति की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक उपलब्धि उसका स्वास्थ्य है और हेपेटाइटिस बी और सी स्वास्थ्य संबंधी एक गंभीर समस्या है जिससे निजात पाने की सख्त आवश्यकता है। लाखों लोग हेपेटाइटिस से संक्रमित हैं लेकिन उन्हें इसके बारे में पता भी नहीं है। इस संक्रमण के बारे में शहर में व्यापक जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए हम इस तरह के अभियान के आयोजन में सक्रिय रूप से शामिल हैं। एक बार फिर डीएमआरसी ने ‘हेपेटाइटिस बी एंड सी’ के खिलाफ इस लड़ाई में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दिया है,’ दिल्ली मेट्रो के एक वरिष्ठ प्रवक्ता ने कहा।
इम्पैथी कैंपेन को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के सहयोग से इंस्टिट्यूट ऑफ़ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य हेपेटाइटिस बी और सी के बारे में जागरूकता फैलाते हुए हेपेटाइटिस पीड़ित व्यक्तियों के लिए एक सकारात्मक वातावरण के निर्माण की दिशा में सामाजिक भागीदारी सुनिश्चित करना है।