नई दिल्ली,
एक ओर कोरोना संक्रमण की संख्या बढ रही है, तो दूसरी ओर सरकार कोरोना वैक्सीन को अब निजी केन्द्रों के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए कमर कस रही है। केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में इस पर चर्चा की गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय जल्द ही यह घोषणा करेगी कि निजी केंद्रों में जो लोग कोरोना वैक्सीन लगवाएंगे, उसके लिए उन्हें कितना रकम खर्च करना होगा। बुजुर्गों के लिए इस बात की भी व्यवस्था दी जाएगी कि वह सरकारी केन्द्र पर निशुल्क कोरोना का वैक्सीन लगवाएं या फिर निजी केन्द्र से निर्धारित कीमत पर वैक्सीन खरीदकर लगवाएं।
केन्द्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि एक मार्च से 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के 10 करोड़ से ज्यादा लोगों और 50 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोग जिनको कोई दूसरी बीमारी है उनका टीकाकरण किया जाएगा। 10 हजार सरकारी पर और लगभग 20 हजार से ज्यादा निजी अस्पतालों में यह टीका लगाया जाएगा। कैबिनेट की बैठक के बाद केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जो 10 हजार सरकारी केंद्रों पर जाकर टीका लगवाएंगे उनको मुफ्त टीका लगेगा और जो निजी अस्पताल में लगावाएंगे उनको शुल्क देना होगा। शुल्क कितना होगा इसके बारे में स्वास्थ्य विभाग 2-3 दिन में घोषणा करेगा।
बता दें कि भारत में एक दिन में कोविड-19 के 13,742 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,10,30,176 हो गई। इनमें से 1,07,26,702 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, वायरस से पिछले 24 घंटे में 104 और लोगों की मौत हुई, जिससे मृतक संख्या बढ़कर 1,56,567 हो गई। आंकड़ों के अनुसार, कुल 1,07,26,702 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के बाद देश में मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 97.25 प्रतिशत हो गई। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है। देश में अभी 1,46,907 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 1.33 प्रतिशत है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी।