नई दिल्ली,
कोविशील्ड के बाद बुधवार की सुबह देशी कोवैक्सिन भी दिल्ली पहुंच गई। एअर इंडिया की फ्लाइट के निर्धारित तापमान में संरक्षित कोवैक्सिन को करनाल पहुंचा दिया गया है। कोवैक्सिन के शुरूआत में तीन बॉक्स की आपूर्ति की गई है। भारतीय वैक्सीन कंपनी भारत बायोटेक से सरकार वैक्सीन की 55 लाख डोज लेगी, जबकि कोविशील्ड से सरकार एक करोड़ दस लाख वैक्सीन की डोज लेगी।
न्यूज एजेंसी आईएनए के अनुसार भारत बायोटेक ने देश में निर्मित कोवैक्सिन की पहली खेप की आपूर्ति सही समय पर कर दी है। बुधवार सुबह इन्दिरा गांधी एअरपोर्ट पर वैक्सीन के तीन बॉक्स पहुंचे, जिसे बाद में करनाल पहुंचा दिया गया। भारत बायोटेक सरकार को 55 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज देगी, कोविशील्ड की एक डोज पर सरकार 200 रुपए तथा कोवैक्सिन पर सरकार 295 रुपए प्रति डोज खर्च कर रही है। मालूम हो कि भारत बायोटेक के तीसरे चरण के परिक्षण को लेकर काफी विवाद था, हाल ही में कंपनी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडलर पर तीसरे चरण के परीक्षण के लिए लोगों के पंजीकरण की जानकारी दी थी। भारत बायोटेक के तीसरे चरण के ट्रायल पर भारत सरकार पहले ही कह चुकी है कि वैक्सीन के सभी चरण के परीक्षण वैज्ञानिक तथ्यों को ध्यान में रखा गया है, वैक्सीन की सुरक्षा और गुणवत्ता को लेकर किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती गई है। कोवैक्सिन भी कोविशील्ड की तरह ही सुरक्षित है।