नई दिल्ली: बढ़ती उम्र के कारण अगर किसी की आंखों की रोशनी कम हो गई है तो अब ऐसे लोगों की आंखों की रोशनी वापस आ सकतीहै। जी हां, आने वाले समय में आंखों की रोशनी भी रीजेनरेट होगी। यह स्टेम सेल की मदद से संभव हो पाएगा। बढ़ती उम्र के कारण आंखों की कम होती रोशनी को रीजेनरेट करना संभव हो पाएगा। एम्स में इस पर एक स्टडी हो रही है। स्टडी के शुरुआती रिजल्ट ऐसा ही संकेत मिल रहा है और स्टडी के रिजल्ट में 75 पर्सेंट तक रोशनी वापस आ रही है।
एम्स के आई डिपार्टमेंट के डॉ. अतुल कुमार के अनुसार बढ़ती उम्र के कारण लोगों की आंखों की रोशनी कम होती जाती है। उम्र के कारण पर्दा कमजोर होने लगता है, जो नेचुरल है। डॉक्टर अतुल का कहना है कि ऐेसे मरीजों के इलाज के लिए एक ट्रॉयल लेवल पर इलाज शुरू किया है। इसके लिए स्टेम सेल का इस्तेमाल कर रहे हैं। अभी 50 मरीजों पर यह सर्जरी की गई है, जिसमें 75 पर्सेंट तक सुधार देखा गया है। उन्होंने कहा कि उम्र के कारण लोगों को इतनी रोशनी चाहिए कि वे अपने जरुरत का काम खुद से कर सकें।
डॉक्टर ने कहा कि इलाज के इस प्रोसेस को एज रिलेटेड मैकुलर डीजेनरेशन कहा जाता है। इस प्रोसेस के लिए मरीज के हिप बोन से स्टेम सेल लिया जा रहा है और उससे डेड होते जा रहे सेल्स को रीजेनरेट किया जा रहा है। इलाज के बाद सेल्स पर बहुत फर्क हो रहा है। अभी इस प्रोसेस से और मरीजों का ट्रीटमेंट किया जाना है। इस ट्रॉयल के लिए आईसीएमआर ने फंडिंग की है। अगर यह सफल रहता है तो आने वाले समय में ऐसे मरीजों का इलाज आसान हो जाएगा और उन्हें आंखों की रोशनी के लिए दूसरी सर्जरी कराने की जरुरत कम होगी।