नई दिल्ली: एमसीडी के एह ही अस्पताल में एक दर्जन बच्चों की मौत एक खास प्रकार की बैक्टीरिया की वजह से हो रही है, तमाम कोशिशों के बाद भी इन मौतों पर लगाम नहीं लगाया जा पा रहा है। अस्पताल प्रशासन पूरी तरह से फेल है, और यह बैक्टीरिया रोज किसी न किसी बच्चे को मौत का कारण बना रह है।
जानकारी के अनुसार 6 से 19 सितंबर के बीच महर्षि वाल्मीकि हॉस्पिटल में डिप्थीरिया की वजह से 11 बच्चों की मौत का मामला सामने आया है। एक ही अस्पताल में इतने बच्चों की मौत से इलाज के लिए आने वाले बाकी लोग डरे हुए हैं और एमसीडी प्रशासन भी सकते में है। जबकि एक मौत एलएनजेपी अस्पताल में हई है। इस बारे में अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर सुनील गुप्ता ने कहना है कि इन दिनों कुल 85 बच्चे एडमिट हुए थे, जिसमें से 79 बच्चे दिल्ली से बाहर के हैं। अधिकांश बच्चे वेस्टर्न यूपी के हैं।
डॉक्टर का कहना है कि किसी अनजान वायरस या बैक्टीरिया से नहीं बल्कि इन बच्चों की मौत डिप्थीरिया से हो रही है, बच्चे पहले इस बैक्टीरिया के इंफेक्शन के शिकार हो रहे हैं और जब स्थिति खराब हो रही है तो उसे यहां रेफर कर दिया जाता है। एक बार यह इंफेक्शन फैल जाता है तो इससे बचना मुश्किल होता है। डॉक्टर का कहना है कि यह हर साल होता है, एडमिट होने वाले बच्चे में से 15 से 20 पर्सेंट की मौत हो जाती है। डॉक्टर का कहना है कि इसका पूरा इलाज है, जरूरी है कि बीमारी होने पर जल्द अस्पताल लेकर आएं।