लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में पांच बच्चों के नीले पड़ने की वजह गलत दवा के इंजेक्शन का अनुपात बताया गया है। इस बावत गठित जांच कमेटी ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट अस्पताल प्रशासन को सौंप दी। रिपोर्ट में इस बात की आशंका जाहिर की गई है कि नवजात को दिए जाने वाले एमिकासिन इंजेक्शन में दवा का अनुपात सही नहीं था, जिसकी वजह से बच्चों का शरीर तेजी से नीला पड़ गया, और सभी को आईसीयू में भर्ती किया गया।
एंटीबायोटिक दवा के इंजेक्शन से नवजात शिशुओं पर दुष्प्रभाव का पता लगाने के लिए गठित कमेटी में यह बात सामने आई है कि बच्चों को इंजेक्शन देने से पहले उसमें दी जाने वाली दवा के सही अनुपात की जांच नहीं की गई। दवा के गलत अनुपात के कारण इंजेक्शन देने के एक घंटे के अंदर शरीर नीला पड़ गया और सभी को आईसीयू में भर्ती करना पड़ा। एमिकासिन नामक दवा इंजेक्शन में सामान्य से अधिक मात्रा में भी हो सकती है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल प्रशासन ने दवाओं के अनुपात संबंधी गाइडलाइन का पालन करने के आदेश दिए है। नर्सिंग प्रशासन को इस बावत भेजे गए नोटिस में दवा अनुपात, संरक्षण और दुरूपयोग आदि संबंधी नियमों का पालन करने को कहा गया इसके साथ ही अब रात्रि ड्यूटी में मौजूद नर्सिंग स्टॉफ को हर शिफ्ट में इंजेक्शन देने से पहले उसके अनुपात की विशेष जांच करने के आदेश दिए गए हैं। मालूम हो कि 22 जनवरी की रात को लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल के नियोनेटल आईसीयू में पांच बच्चों के नीले पड़ने की खबर आई, जिसकी वजह गलत इंजेक्शन को बताया जा रहा था।