नई दिल्ली: इन्फ्लेमटॉरी बॉउल डिजीज (आईबीडी) का अटैक अब बच्चों पर भी देखा जा रहा है, यह बीमारी इतना खतरनाक है कि इंसान का इम्यून सिस्टम ही उसका दुश्मन बन जाता है। इम्यून सिस्टम आंत में बैक्टीरिया को मारने के बजाए आंत पर ही हमला कर देता है। इससे आंत में जख्म हो सकता है और यह जानलेवा तक साबित हो सकता है। गंगाराम के डॉक्टर निशांत वाधवा का कहना है कि बच्चों में बढ़ रही इस बीमारी पर स्टडी की है। वाधवा के अनुसार इस स्टडी का मकसद बच्चों में यह बीमारी किस लेवल पर है उसका पता लगाना था।
इस स्टडी के को-ऑथर डॉक्टर निशांत के अनुसार 42 पर्सेंट बच्चों में अल्सरेटिव कोलाइटिस पाया गया और 55.2 पर्सेंट को क्रोहान्स डिजीज पाया गया। इस बीमारी में बड़ी आंत पर असर होने पर अल्सरेटिव कोलाइटिस कहते हैं। बड़ी आंत और छोटी आंत दोनों पर असर होने पर क्रोहान्स कहते हैं। इस बीमारी को ऑटो इम्यून डिजीज कहते हैं, जिसमें आपका इम्यून सिस्टम आपकी बॉडी को नुकसान पहुंचाने लगता है। इससे आंत में सूजन आ जाती है और इस सूजन की वजह से आंत छील जाती है। आंत के काम न करने की वजह से भोजन सही से नहीं पचता है और लूज मोशन, पेट दर्द, स्टूल में खून आना, मवाद आने की समस्या होने लगती है।