एम्स में गोल्डन नी से किया गया घुटना ट्रांसप्लांट

नई दिल्ली: घुटनों की समस्या से ग्रस्त 60 वर्षीय एक महिला की यहां एम्स में घुटना प्रतिरोपण की सर्जरी की गयी और डॉक्टरों के मुताबिक उसे सुनहरे रंग का कृत्रिम घुटना लगाया गया है जिसे गोल्डन नी कहते हैं। एम्स में यह सर्जरी की गयी। एम्स में ऑर्थोपेडिक्स विभाग के प्रमुख डॉ राजेश मल्होत्रा ने कहा, ‘‘इस प्रतिरोपण में कोई सोना नहीं है बल्कि इसका रंग सुनहरा है. यह दरअसल कोलबाल्ट क्रोमियम का बना है जिसमें विशेष कोटिंग की सात परतें होती हैं और ये धातु तथा त्वचा के बीच बैरियर का काम करती हैं। इससे संक्रमण और एलर्जी का खतरा नहीं होता।’’ डॉक्टर मल्होत्रा ने कहा कि सीरियस ओस्टियोअर्थराइटिस से जूझ रही रोगी की 2015 में परंपरागत घुटना प्रतिरोपण सर्जरी की गयी थी। उन्हें चलने फिरने में दिक्कत होती थी और अधिक दर्द होने पर उन्होंने एम्स में डॉक्टरों को दिखाया। उनके संक्रमित घुटने से पस निकलने की भी शिकायत थी। डॉक्टरों ने पुराने कृत्रिम घुटने को हटाकर पहले संक्रमण सही किया और फिर गोल्डन नी लगाया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *