नई दिल्ली: बालों के साथ कई मिथक जुड़े हैं जैसे एक सफेद बाल तोड़ने से और सफेद बाल निकल आते हैं या गर्भवती महिलाओं को बाल रंगने नहीं चाहिए जिस पर लोग विश्वास करते हैं। मेडी मेकओवर की सलाहकार त्वचा विशेषज्ञ एवं निदेशक सुरुची पुरी ने बालों के साथ जुड़ी मिथकों के बारे में ये बाते बताई हैं :
– यह मिथक आम है कि एक सफेद बाल तोड़ने पर दो और सफेद बाल निकल आते हैं, यह मिथक फैलना इसलिए शुरू हुआ क्योंकि लोग अगर एक सफेद बाल तोड़ते हैं तो बाद में उन्हें और सफेद बाल निकले नजर आते हैं, जबकि इसका कारण सही खानपान नहीं होना और तनाव हो सकता है।
– गर्भवती महिलाओं के साथ यह मिथक जुड़ा है कि वे बाल नहीं रंग सकती हैं। इसका मुख्य कारण हेयर डाई का अमोनिया युक्त होना है, जो गर्भवती महिला के लिए नुकसानदायक हो सकता है, लेकिन अगर आप चाहे तो अमोनिया फ्री उत्पाद का प्रयोग कर सकती हैं। मेंहदी केमिकल फ्री होता हैं, इसलिए इसका इस्तेमाल सुरक्षित है।
– अधिकांश लोगों को लगता है कि खास मौसम, स्टाइलिंग और महंगे उत्पाद स्वस्थ बाल के लिए जरूरी है जबकि स्वस्थ बालों लिए आपका खान-पान भी पोषक तत्वों, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आदि से भरपूर होना चाहिए। उत्पाद बालों की अच्छी सफाई करने और बाहरी नमी बनाए रखने के लिए ही जरूरी होते हैं।
– एक मिथक है कि बीयर से बाल धोने से बाल मुलायम होते हैं। लोगों को लगता है कि बीयर में मौजूद माल्ट और यीस्ट प्रोटीन के साथ अच्छी प्रतिक्रिया करते हैं और इससे बाल मजबूत, चमकदार और बाउंसी होते हैं, जबकि बीयर में मौजूद अल्कोहल से बाल और रूखे हो जाते हैं। आपका रेगुलर शैम्पू इससे कहीं ज्यादा बेहतर और सुरक्षित होता है।
– बालों के साथ जुड़ा एक मिथक यह भी है कि शैम्पू के बाद ही कंडीशनर लगाना चाहिए, जबकि शैम्पू के पहले कंडीशनर लगाने से बाल मुलायम हो जाते हैं और शैम्पू के दौरान कम टूटते हैं, यह बालों और शैम्पू के बीच कवच का काम करता है, जिससे प्राकृतिक तेल निकले बगैर आपके बाल अच्छी तरह से साफ हो जाते हैं।
– कई लोग मानते हैं कि अक्सर बाल कटाने से बाल जल्दी बढ़ते हैं जबकि यह महज एक मिथक है। लंबे, घने व स्वस्थ बालों के लिए स्वस्थ स्कैल्प होना चाहिए और पोषक आहार लेना चाहिए। हर आठ से नौ हफ्तों में ट्रिमिंग कराने से बाल दो मुहे नहीं होते हैं।
सोर्स-आईएएनएस