केन्द्र सरकार के सभी अस्पतालों का बजट बढ़ा

नई दिल्ली: सभी केन्द्रीय अस्पतालों के वार्षिंक बजट में इस बात तीन से चार करोड़ रुपए की बढोतरी की गई। जिसमें एम्स के हिस्से में दो करोड़ रुपए का अतिरक्त धन आया है, जबकि बीते तीन साल से सबसे कम बजट में सब्र करने वाले लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के वार्षिक बजट में इस बार 296 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 406 करोड़ रुपए कर दिया गया है।

केन्द्र सरकार के अधीन आने वाले चार प्रमुख अस्पतालों को वित्त मंत्री के पिटारे से बहुत कुछ मिला। एम्स का इस बार सालाना 2204 करोड़ रुपए की जगह 2400 करोड़ रुपए दिए जाएगें। जिसमें एम्स ट्रामा सेंटर, आवासीय कॉलोनी का विकास और महिला एवं प्रसूति विभाग का विस्तार किया जाना बाकी है। ट्रामा सेंटर के तीसरे चरण के विकास में मल्टीलेवल पार्किंग और स्काईवॉक बनाया जाना प्रस्तावित है।

सफदरजंग अस्पताल के बजट में भी तीन करोड़ रुपए की बढ़ोत्तरी की गई है, जिसमें वर्ष 2015-16 के बजट में अस्पताल को 929 करोड़ रुपए मिले थे, जबकि वर्ष 2017-18 के बजट में सफदरजंग अस्पताल को 1105 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। राममनोहर लोहिया अस्पताल को इस बार सबसे कम बजट मिला है, 64 करोड़ अतिरिक्त बजट के साथ आरएमएल अस्पताल कें कई प्रस्तावित विकास कार्यो को पूरा किए जाने की उम्मीद है। पिछले साल अस्पताल को 492 करोड़ रुपए मिले थे, जिसे इस साल बढ़ाकर 556 करोड़ रुपए कर दिया गया है। बच्चों के सबसे बड़े एक मात्र कलावती बाल सरन अस्पताल वार्षिक बजट में केवल 15 करोड़ रुपए बढ़ाए गए है। वर्ष 2015-16 में अस्पताल का बजट 90 करोड़ रुपए था, जिसे इस साल 105 करोड़ रुपए कर दिया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *