नई दिल्ली 17 अप्रैल
शुक्रवार को एम्स झज्जर में क्वारंटाइन का समय पूरा करने वाले कर्मचारियों के लिए तालियां बजाई गईं। मालूम हो कि दिल्ली के एम्स के झज्जर स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (एनआईसी) को कोविड अस्पताल में बदला गया है। यहां कोरोना वार्ड में पिछले 14 दिन से मरीजों की सेवा करने वाले कर्मचारी शुक्रवार को पहली बार वार्ड से बाहर आए। इस दौरान अस्पताल परिसर में तालियों के साथ इनका स्वागत किया गया।
अस्पताल प्रबंधन के अनुसार डॉक्टर, नर्स सहित स्टाफ को 14-14 दिन की ड्यूटी पर तैनात किया है। यह पहला बैच 14 दिन बाद बाहर आया है जिसे अब अगले 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया है। ये सभी अस्पताल प्रबंधन के क्वारंटीन केंद्र पर रहेंगे। ताकि इनके परिवार को संक्रमण से सुरक्षित रखा जा सके।
एम्स नर्सिंग यूनियन की ओर से सभी स्टाफ का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। इस दौरान कुछ कर्मचारियों ने अपनी टीम का मनोबल बढ़ाते हुए हुए इन्हें सलाम भी किया। कोरोना योद्घाओं में से कुछ ने बताया कि झज्जर कैंपस में करीब 100 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज भर्ती हैं। इनमें तब्लीगी जमात से जुड़े मरीज भी हैं। सभी के लिए कोरोना विशेष वार्ड बनाए हैं जिनमें सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। अगर किसी मरीज को कोई परेशानी होती है तो उससे टीम को निगरानी रखने में आसानी होती है। साथ ही संदिग्ध मरीजों को अलग फ्लोर पर रखा है। उनके पास टीम के मोबाइल नंबर हैं। किसी को भी कुछ भी जरूरत होती है तो वह संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं।