रसाई के हमराज फ्रिज हो अगर आप खाने का सामान सबसे सुरक्षित रखने वाली जगह मान रही हैं तो एक बार और सोच लिजिए, ग्लोबल हेल्थ काउंसिल द्वारा हेल्थ एंड हाइजीन के संदर्भ में किए गए हालिया अध्ययन के अनुसार फ्रिज को पेट की गड़बड़ी पैदा करने वाले सैलमोनेला वायरस के लिए सटीक जगह माना गया है।
भारत सहित प्रमुख सात देशों पर किए गए सर्वेक्षण में 68 प्रतिशत भारतीयों की रसाई व स्नानघर सफाई के मानकों पर खरे नहीं हैं। सर्वेक्षण के अनुसार भारत के 1000 घरों को ग्लोबल हेल्थ एंड हाइजीन काउंसिल के मानकों के अनुसार जांचा गया। यूके, यूएसए, जर्मनी, साउथ अफ्रीका, सउदी अरब, मलेशिया व भारत में किए गए अध्ययन के तहत भारत को छठवें पायदान पर आंका गया है। जबकि भारत के बाद मलेशिया का नंबर आता है। सर्वेक्षण के अनुसार 68 प्रतिशत भारतीयों की रसाई में सफाई नहीं देखी गई, जबकि 80 प्रतिशत लोगों के फ्रिज में ही बीमारी का वाहक वायरस सैलमोनेला व कैंपायलोबैक्टर पाया गया। 38 प्रतिशत लोगों को यह नहीं पता कि फ्रिज को ऐसे किस तापमान पर सेट किया जाएं कि वायरस न पनप पाए, जबकि शेष भारतीयों के फ्रिज में गंदगी व अधिक दिन तक सफाई न होने के कारण सैलमोनेला की उपस्थिति देखी गई। 41 प्रतिशत भारतीयों की रसोई में इस्तेमाल किए जाने वाला तौलिया भी स्वच्छ नहीं पाया गया, 6 प्रतिशत घरों की रसाई के तौलिए में खाने को विषाक्त बनाने वाला ई-कोली नामक वायरस पाया गया है। जबकि 52 प्रतिशत भारतीय अन्य देशों की अपेक्षा कहीं अधिक गंदे बाथरूम में नहाते हैं। अकेले बाथरूम के नल पर बीमारी फैलाने वाले 34 प्रतिशत वायरस पाए गए। ग्लोबल हेल्थ एंड हाइजीन के काउंसिल के भारतीय प्रतिनिधि डॉ. नरेन्द्र सैनी ने बताया कि सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहली बार भारतीयों की रसोई को जांचा गया है।