चिकित्सक निस्वार्थ सेवाभाव से करें मरीजों की सेवा- राष्ट्रपति

नई दिल्ली, सेहत संवाददाता

लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल का 107वां वार्षिक दिवस और दीक्षांत समारोह 26 फरवरी 2024 को कॉलेज के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि तौर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उपस्थित थी। राष्ट्रपति ने मेधावी छात्रों को पदक प्रदान किए और उन्हें एमबीबीएस की डिग्री प्रदान की। उन्होंने युवा डॉक्टरों को देश के प्रत्येक नागरिक को दयालु रोगी देखभाल प्रदान करने के लिए निस्वार्थ भाव से प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने डब्ल्यूएचओ की सिफारिशों से परे डॉक्टर: जनसंख्या अनुपात में सुधार के लिए राष्ट्र को और अधिक चिकित्सा पेशेवरों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनने के लिए पुरस्कार विजेताओं और उनके गौरवान्वित माता-पिता को बधाई दी। उन्होंने नए डिग्री धारकों से रोबोटिक्स, जीनोमिक्स, अंग प्रत्यारोपण और कैंसर उपचार में नए चिकित्सीय दृष्टिकोण जैसे नए क्षेत्रों में अपना करियर तलाशने का आग्रह किया। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल के प्रति प्रतिबद्धता के लिए कॉलेज की प्रशंसा की। कॉलेज के  लैटिन आदर्श ध्येय वाक्य “पेर अर्दुआ एडस्ट्रा” (सितारों के लिए प्रतिकूल परिस्थिति) का हवाला देते हुए उन्होंने लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज से निकले डॉक्टरों की लंबी विरासत को याद किया, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और देश के स्वास्थ्य मंत्री बने। उन्होंने युवा डॉक्टरों को ऐसे दिग्गजों और आदर्शों की आकांक्षा करने के लिए प्रोत्साहित किया।

स्वागत भाषण एवं वार्षिक रिपोर्ट लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) सुभाष गिरी ने प्रस्तुत की। उन्होंने मुझे छात्रों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने वाले संस्थान की 107 साल लंबी यात्रा और चिकित्सा देखभाल के लिए बुनियादी ढांचे के हालिया विस्तार के बारे में बताया। राज्य की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और जनजातीय मामलों की मंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार सम्मानित अतिथि थीं, उन्होंने छात्रों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से लागू करने में सरकार के हाथों को मजबूत करने की दिशा में कड़ी मेहनत करने के लिए बधाई दी और प्रेरित किया। उन्होंने कोविड-19 और अन्य प्राकृतिक आपदाओं जैसी चुनौतियों से निपटने में संस्थान के चिकित्सा पेशेवरों की भागीदारी की सराहना की। धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ। दीक्षांत समारोह में 580 छात्रों को एलएचएमसी, 68 पुरस्कार व राष्ट्रपति द्वारा 12 पुरस्कार दिए गए।

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