नई दिल्ली,
20 मार्च को 12 साल की लड़की पेट में दर्द की शिकायत के साथ सर गंगा राम अस्पताल में आई। उसके पेट में दर्द एवं सूजन 4-5 साल पहले शुरू हुई थी और धीरे-धीरे पेट का आकार बढ़ रहा था। पिछले साल यह सूजन तेजी से आकार में बढ़ने लगी और लड़की को असुविधा काफी बढ़ गयी। उसे दर्द हो रहा था और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। कई मरीज कोविड-19 बीमारी के डर से चिकित्सा सेवा लेने के लिए अस्पताल आने से डरते हैं, इस वजह से बीमारी काफी बढ़ जाती है। उन्होंने सर गंगा राम अस्पताल में डॉ. तरुण मित्तल (लेप्रोस्कोपिक एंड बेरिएट्रिक सर्जन) से मुलाकात की।
डॉ. तरुण मित्तल, लेप्रोस्कोपिक एंड बेरिएट्रिक सर्जन, डिपार्टमेंट ऑफ़ जनरल एंड लेप्रोस्कोपिकसर्जरी, सर गंगा राम अस्पताल के अनुसार,* “उस समय उसके पेट को काफी टेढ़ा-मेढ़ा और क्लिनिकल एग्जामिनेशन के दौरान पेट को बहुत भरा हुआ पाया गया। हम आश्चर्यचकित थे कि बहुत अधिक शिकायतों के बिना सूजन इतने बड़े आकार तक पहुंच गई है। अर्जेंट सी.टी. स्कैन से पता चला कि मरीज के पूरे पेट में काफी बड़ा ट्यूमर है, जिसका साइज 32 से 22 सेंटीमीटर है जो कि दो बड़े फुटबॉल के बराबर है।”माता-पिता और लड़की से परामर्श के बाद सर्जरी की योजना बनाई गई। पूरी सावधानी के साथ 25/3/2021 को ऑपेरशन किया गया । सर्जरी के दौरान यह पुष्टि हो गई कि एक बड़ा ट्यूमर पूरे पेट में फैल गया था और बड़ी रक्त की नसों और आंत सहित शरीर के महत्वपूर्ण अंगों के साथ जुड़ा हुआ था। सर्जरी में दो प्रमुख चुनौतियां थी एक तो ट्यूमर को निकालते समय रक्त की धमनियों की आंतों को बचाया जाए। दूसरा की ट्यूमर को शत – प्रतिशत पुरे पेट से काट कर निकाला जाये। 3 घण्टे चले सफल ऑपरेशन में दोनों ही चुनौतियों में डॉक्टरों ने सफलता हासिल की और ट्यूमर को निकाल लिया गया। इस जटिल सर्जरी के लिए लेप्रोस्कोपिक एंड बेरिएट्रिक सर्जिकल टीम का नेतृत्व डॉ. तरुण मित्तल ने डॉ. आशीष डे और डॉ. अनमोल आहूजा के साथ किया। एनेस्थेटिस्ट टीम में डॉ. जयश्री सूद और डॉ. अजय सिरोही शामिल थे। ट्यूमर को जटिल ऑपरेशन द्वारा पूरी तरह से सफलतापूर्वक हटा दिया गया जिसका साइज 32 से 22 से.मी. मापा गया और इसका वजन 5 किलोग्राम था। ट्यूमर को हिस्टोपैथोलॉजिकल जांच के लिए भी भेजा गया है। लड़की को सफल सर्जरी के कुछ दिनों बाद छुट्टी दे दी गई।