नई दिल्ली: धड़कन… अब आपके हार्ट की देखभाल करेगा। एम्स ने धड़कन नाम का एक ऐसा ऐप बनाया है, जो हार्ट फेल्योर मरीजों को उनकी बीमारी को कंट्रोल रखने में मदद करेगा, यह ऐप मरीजों की बीमारी के बारे में जानकारी भी देता रहेगा। खास बात यह है कि इस ऐप का यूज किसी भी अस्पताल के डॉक्टर और उनके मरीज यूज कर सकते हैं।
एम्स के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर संदीप सेठ ने कहा कि यह ऐप हार्ट फेल मरीजों के लिए ही डिवेलप किया गया है, इसको इस तहर से प्रोग्राम किया गया है कि मरीज अपने स्मार्ट फोन की मदद से अपनी बीमारी की सारी जानकारी उनके डॉक्टर के पास पहुंच जाएगी। अगर किसी मरीज की परेशानी बढ़ जाती है तो उसका डॉक्टर उसे तुरंत फोन करके इसकी सूचना देगा और इलाज बताएगा।
डॉक्टर सेठ ने कहा कि 60 मरीजों पर यह ट्रायल स्टडी की थी, क्लीनिकल ट्रायल सफल रही। इसके बाद इस स्टडी को जनरल ऑफ द प्रैक्टिस ऑफ कार्डियोवॉस्कुलर साइंस में पब्लिश की गई है। उन्होंने कहा कि अब यह ऐप देश भर के बाकी हार्ट के डॉक्टर और उनके मरीज यूज कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यह धड़कन ऐप गुगल ऐप पर उपलब्ध है। जो लोग हार्ट फेल के लिए इलाज के लिए आते हैं, उन्हें फॉलोअप इलाज के लिए इससे जोड़ा जा रहा है। कई बार मरीज समय पर जानकारी नहीं दे पाता है, इसलिए इस तरह का सिस्टम लाया गया है। इसमें मरीज को अपना हार्ट रेट, ब्लड प्रेशर और वजन की जानकारी हफ्ते में एक बार इस ऐप पर जाकर अपलोड करना होता है। अगर किसी मरीज का ब्लड प्रेशर या हार्ट बीट बढ़ गया है तो उसे तुरंत बताई जा सकती है, उसे दूसरे इलाज या दवा बताई जा सकती है।
डॉक्टर संदीप ने बताया कि इसके लिए एम्स में एक नर्स को डिप्यूट किया गया है, वह नर्स सभी मरीजों को अपडेट चेक करती है और नर्स को कुछ सिमटम दिखता है तो वह डॉक्टर से बात करती है और फिर डॉक्टर मरीज को कॉल करके इसकी जानकारी देता है, जरूरत पड़ने पर इलाज या दवा बताता है। अगर एक हफ्ते में मरीज का वजन चार किलो बढ़ जाए, तो इससे पता चलता है कि वह पानी ज्यादा पी रहा है, ऐसे में डॉक्टर उसे पानी कम पीने की सलाह देगा, क्योंकि इतने कम समय में वजन बढ़ने का दूसरा और कारण नहीं होता है। डॉक्टर सेठ ने कहा कि अच्छी बात यह है कि इसे देश भर के हार्ट स्पेशलिस्ट भी यूज कर सकते हैं।
सोर्स: एनबीटी