नई दिल्ली,
स्वास्थ्य के क्षेत्र में सक्रिय गैर लाभकारी संस्था हेल्थ केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा हर साल आयोजित होने वाला एमटीएनएल परफेक्ट हेल्थ मेला इस बार एक साल तक चलेगा, इस मेले ने अपने 24 साल पूरे कर लिए है। 25वें साल में साल भर मेले का आयोजन किया जाएगा, अगली साल यह मेला 25 साल पूरे कर लेगा। इस उपलक्ष्य में आईएमए ने स्वस्थ्य रहने के हेल्थ सूत्र जारी किए। इस बावत एनडीएमसी के सभागार में बुधवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया।
स्वास्थ्य सूत्र का उद्देश्य लोगों को बीमारियों से बचाना है। प्रमुख नौ हेल्थ सूत्र आईएमए के विशेषज्ञों द्वारा तैयार किए गए हैं। मौके पर उपस्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष और हार्ट केयर फाउंडेशन के प्रमुख डॉ. केके अग्रवाल ने बताया कि दुनियाभर में गैर संक्रामक बीमारियों का आंकड़ा बढ़ गया है, इसलिए यह जरूरी है कि लोगों के लिए कम शब्दों में कहीं ऐसी कुछ जरूरी जानकारी दी जाए जिससे वह अपनी सेहत का ध्यान रख सके। मौके पर उपस्थित सिने अभिनेता मनोज बक्खी ने बताया कि कार्यक्रम का हिस्सा बनना उनके लिए गौरव की बात है अनियमित दिनचर्या के कारण हम सभी बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। जिसके लिए जीवन में कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है। मौके पर उपस्थित एमटीएनएल कारपरेट कार्यालय के निदेशक डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि हर साल की तरह इस साल भी एमटीएनएल इस ईवेंट का प्रायोजक है, उम्मीद करते हैं कि इस साल भी लोग मेले में आकर स्वास्थ्य वर्धक जानकारी हासिल करेगें। आईएमए के महासचिव डॉ. आरएन टंडन ने बताया कि आईएमए इस कार्यक्रम का नॉलेज पार्टनर है, जिसकी मदद से हेल्थ सूत्र जारी किए गए है।
सेहत मंद रहने के लिए रखें इन बातों का ख्याल
– उच्च रक्तचाप, ब्लडशुगर और कोलेस्ट्राल का लंबे समय नहीं चलता पता
– नाड़ी की गति 60 से कम और 100 से अधिक होना असमान्य बात है
– शरीर का वजन दस किलो कम होने पर हाई ब्लड प्रेशर 5-20 एमएम एचजी तक घट सकता है।
– नमक का सेवन प्रतिदिन छह ग्राम से कम करें, यह हाई ब्लड प्रेशर में 2-5 एमएम एचजी तक कमी कर सकता है।
– कोलेस्ट्राल में एक प्रतिशत की वृद्धि से दिल के दौरे की आशंका दो प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
– अच्छे कोलेस्ट्राल या एचडीएल में एक प्रतिशत वृद्धि से दिल के दौरे की आशंका तीन प्रतिशत तक कम हो जाती है।
– तीस मिनट से कम देर तक सीने में दर्द का हृदय रोग से कोई वास्ता नहीं
– वायु प्रदूषण का 80 यूनिट से नीचे रहना सेहत के लिए नहीं नुकसान दायक
– हृदयघात या दिल के दौरे से पीड़ित व्यक्ति को दस मिनट के भीतर दस बार छाती के बीच में दबाएं, जिसे सीपीअर दस कहा जाता है, इससे उसकी हृदयगति आ सकती है वापस