नई दिल्ली,
दिल की एक असामान्य बीमारी के साथ जन्मीं एक 14 महीने की पाकिस्तानी बच्ची की यहां सर गंगा राम अस्पताल में सफलतापूर्वक सर्जरी हुई। अधिकारियों ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी।
अस्पताल के चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक, मरीज के दिल के बाईं ओर के चैंबर में रक्त भारी मात्रा में फैल रहा था और यह अपेक्षित आकार (जायंट लेफ्ट एट्रियम या जीएलए) से चार गुना बड़ा था, जो कि छाती में हवा मार्गों की सरंचनाओं के समीप दबाव बना रहा था।
जीएलए बाल चिकित्सा आबादी में एक दुर्लभ स्थिति है लेकिन इसमें मौत का जोखिम अधिक होता है। जब बाएं एट्रियम के आकार में वृद्धि होती है तो खाने की नली, रीढ़, पुलमोनरी वेसल जैसी निकट संरचनाओं का सिकुड़ना शुरू हो जाता है। इस समस्या को सर्जरी के बाद ही ठीक किया जा सकता है।
अस्पताल के पेडियेट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट नीरज अग्रवाल ने कहा, ह्यह्यइसके साथ ही दिल के बाई ओर चैंबर के बीच एक बड़ा छेद भी था और बाई ओर का वॉल्व भी लीक कर रहा था।ह्णह्ण
जब मरीज को अस्पताल लाया गया था, तो उसका वजन मात्र 6.5 किलो था और उसे खाना खाने में दिक्कत हो रही थी। बच्ची में छाती के संक्रमण की पुनरावर्ती थी और प्रत्येक हरकत से उसकी सांस फूल रही थी।
पेडियेट्रिक कार्डियक सर्जरी (पीसीएस) के अध्यक्ष राजा जोशी ने कहा, ह्यह्ययह एक बहुत ही जटिल और चुनौतीपूर्ण सर्जरी थी क्योंकि दो साल से कम उम्र के बच्चों में जीएलए के बहुत ही कम मामले दर्ज किए जाते हैं। हमने एक चरण में ओपन हार्ट सर्जरी की, जहां छेद को बंद कर दिया गया, वॉल्व को रिपेयर कर दिया और जीएलए का आकार छोटा कर दिया।
(आईएएनएस