फैकल्टी की नियुक्ति पर एम्स रायपुर में धांधली

फैकल्टी की नियुक्ति पर एम्स रायपुर में धांधली
– प्रधानमंत्री कार्यालय सहित स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को लिखा पत्र
नई दिल्ली
एम्स रायपुर में फैकल्टी की नियुक्ति के मामलों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। मामले की पूरी जानकारी पत्र लिखकर पीएमओ, राष्ट्रपति सहित केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और संबंधित विभागों को भेजी गई है। नियुक्ति के साथ ही संस्थान में फैकल्टी सदस्यो द्वारा सवेतन छुट्टी और बिना अनुमति लिए यात्रा करने का भी आरोप लगाया गया है।
एम्स रायपुर के सर्जरी विभाग में दो पदों पर एसोसिएट प्रोफेसर की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया। दोनों ही पद अनारक्षित श्रेणी के थे। दोनों ही पद पर 12 मार्च 2018 को नियुक्तियां भी कर ली गईं। इसके बाद इसी साल मई महीने में एक बार फिर विज्ञापन जारी कर भर्तियां की गई, जबकि यह इन सभी पदों की संस्तुति ही नहीं की गई थी, सर्जरी विभाग में कुल पांच पदों पर ही नियुक्ति की संस्तुति है। स्वीकृत पदों के अलावा भी संस्थान ने दिसंबर महीने में एक बार फिर सीधे भर्ती से आवेदन आमंत्रित किए गए, इस बार किसी तरह का विज्ञापन भी जारी नहीं किया गया। संस्थान के सर्जरी विभाग के ही डॉ. रामचंदानी ने बताया कि बाद में गलत ढंग से नियुक्त किए गए डॉ. गौरव गुप्ता की पोस्टिंग एम्स गोरखपुर के लिए कर दी गई। जिसकी एक मार्च 2019 को ज्वाइनिंग बताई जा रही है। पीएमओ को लिखे पत्र में छुट्टी का आवेदन किए बिना सवेतन अवकाश पर जाने की भी बात सामने आई है। मालूम को कि एम्स रायपुर में धांधली के खिलाफ रायपुर की आम जनता भी शामिल हो गई है, इसी क्रम में शुक्रवार को संस्थान के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा।

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