नई दिल्ली,
देश इस समय कोरोना संकट की घड़ी से गुजर रहा है। हर किसी का छोटे से छोटा योगदान भी सराहनीय है। ऐसे में कई ऐसे कोरोना वॉरियरर्स हैं जो केवल सेवा से ही नहीं बल्कि सहायता से भी नई मिसाल कायम कर रहे हैं। कोरोना का इलाज करने वाले पैरामेडिकल स्टॉफ और डॉक्टर फ्रंट लाइन वॉरियर होते हैं, उसकी सुरक्षा के लिए पीपीई यानि पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट पर्याप्त मात्रा में होने चाहिए। पीपीई किट्स की जरूरत को देखते हुए एम्स के हेमेटोलॉजी विभाग में काम करने वाले मेडिकल लैबोरेटी टेक्नोलॉजिस्ट केशव गिरि से अपने वेतन की व्यक्तिगत बचत से संस्थान को सौ पीपीई किट्स देने के लिए प्रशासन को पत्र लिखा है। केशव गिरि द्वारा संस्थान को लिखे पत्र में कहा गया है कि कोरोना के खिलाफ जंग में इस समय सभी अपना योगदान दे रहे हैं। देश के प्रतिष्ठित संस्थान में कार्यरत होने के साथ ही देश का नागरिक होने के नाते मैं कोरोना वॉरियर्स के लिए अपने वेतन की बचत से सौ पीपीई किट्स देना चाहता हूं, जिससे पीपीई की कमी को कुछ कम किया जा सके। जिससे अधिक से अधिक ऐसे कोरोना वॉरियर्स की संक्रमण से सुरक्षा हो