नई दिल्ली,
द्वारका स्थित महिपाल अस्पताल में ट्रांसजेंडर और समलैंगिक समूह के लिए विशेष कोविड वैक्सीनेशन शिविर लगाया जाएगा। 29 जून से तीन जुलाई तक लगने वाले शिविर में स्पूतनिक वी, कोविशील्ड और कोवैक्सिन लगवाने का विकल्प होगा। सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क अदा कर इस समूह के लोग यहां पांच दिनों में कोविड का वैक्सीन लगवा सकेगें।
एचआईवी संक्रमित एलजीबीटी समूह के लोगों को कोविड संक्रमण का खतरा अधिक है, इसके साथ ही इन्हें कई तरह की अन्य क्रानिक बीमारियां भी होती है, इसलिए इस समूह को संक्रमण से सुरक्षित रखना जरूरी है। जैसा कि यह देखा गया कि देश व्यापी कोरोना टीकाकरण में ट्रांसजेंडर और समलैगिंक समूह के लोगों को नजरअंदाज किया जाता है, स्वास्थ्य क्षेत्र के इस दुव्यवहार को लेकर कई बार इस समूह के लोगों ने कुछ मंच पर अपनी शिकायत भी रखी है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए महिपाल अस्पताल ने अनूठी पहल की है। जिसमें पांच दिवसीय विशेष कोविड टीकाकरण कैंप लगाकर ट्रांसजेंडर और समलैंगिक लोगों को कोविडका वैक्सीन दिया जाएगा। महिपाल अस्पताल के सीओओ (चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर)कार्तिक राजगोपाल ने बताया कि देश का नागरिक होने के नाते हमें इस बात को ध्यान में रखना है कि समाज का हर वर्ग इस महामारी से जूझ रहा है, इसलिए इलाज या बचाव का अधिकार भी हर वर्ग को है। कोविड वैक्सीन पर सभी का अधिकार है, रंग, जाति या लैंगिक व्यवहार के आधार पर इसके लिए भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए। इसलिए ही हमने ट्रांसजेंडर के लिए विशेष कोविड टीकाकरण अभियान शुरू करने का फैसला लिया है, पांच दिवसीय कैंप में स्पूतनिक वी 1145 रुपए, कोवैक्सिन 1410 और कोविशील्ड 780 रुपए में लगवाई जा सकती है।
कोविन पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार 30 मई 2021 तक 25468 ट्रांसजेंडर समूह ने कोविड का वैक्सीन लगवाया, जबकि देशभर में ट्रांसजेंडर या समलैंगिक पुरुषों की संख्या आठ करोड़ अस्सी हजार और इस समूह की महिलाओं की संख्या सात करोड़ 67 हजार के आसपास है। इस लिहाज से अभी इस समूह के एक प्रतिशत लोगों का भी कोविड वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है।