सफदरजंग अस्पताल में दिल का इलाज कराने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। अब तक केवल बीपीएल मरीजों को निशुल्क वाल्व लगाया जाता था, जबकि नये आदेश के बाद अब सामान्य श्रेणी के मरीजों के दिल के इलाज संबंधी किसी भी उपकरण का शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस बावत केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय दिए एक आदेश में कहा गया कि कार्डियक थरोसिक और वॉस्कुलर विभाग (सीटीवीएस) में इलाज के लिए आने वाले मरीजों से किसी भी उपकरण का शुल्क नहीं लिया जाएगा।
अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके रॉय ने बताया कि मंत्रालय के आदेश के बाद सभी श्रेणी के मरीजों के दिल के इलाज को शुल्क मुक्त कर दिया गया है। इसमें वाल्व के अलावा ऐसे सभी उपकरण जैसे स्टेंट और पेसमेकर आदि शामिल है। अस्पताल में हर महीने 40 से 60 मरीजों को वाल्व लगाने या बदलने का ऑपरेशन किया जाता है। 90 से 100 मरीज स्टेंट और पेसमेकर के इलाज के लिए आते हैं। जिसके इलाज का 50 से 60 हजार रुपए खर्च आता है। नये आदेश के बाद दिल के इलाज में इस्तेमाल होने वाले किसी भी उपकरण के लिए शुल्क नहीं लिया जाएगा। हालांकि इससे पहले बीपीएल श्रेणी के मरीजों के लिए ही यह नियम था, जबकि मंत्रालय के आदेश के बाद अब सामान्य श्रेणी के मरीज भी इसका लाभ उठा सकेगें। मालूम हो कि सफदरजंग अस्प्ताल में दिल्ली ही नहीं देशभर से मरीज इलाज के लिए आते हैं।