न्यूयॉर्क: डिमेंशिया के खतरे को उल्लेखनीय रुप से कम करने वाले मस्तिष्क के पहले व्यायाम की पहचान अनुसंधानकर्ताओं ने कर ली है। अमेरिका की इंडियाना यूनिवर्सिटी के फ्रेडरिक डब्ल्यू उनवेरजाग्ट ने बताया कि स्पीड ऑफ प्रोसेसिंग कहे जाने वाले इस संज्ञानात्मक अभ्यास में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों को 10 साल तक इसका लाभ मिला। उन्होंने बताया कि इस अभ्यास से गुजरे और बाद में डिमेंशिया से प्रभावित हुए लोगों की संख्या इस अभ्यास से नहीं गुजरे लोगों की संख्या के मुकाबले बहुत कम थी। अल्जाइमर्स एंड डिमेंशिया: ट्रांसलेशनल रिसर्च एंड क्लिनिकल इंटरवेंशन्स नाम वाली पत्रिका में छपे इस अध्ययन में बताया गया है कि इस प्रशिक्षण में 65 साल की उम्र वाले 2,802 स्वस्थ बुजुर्गों ने हिस्सा लिया, जिन्हें चार समूहों में विभाजित किया गया था। इनमें से 1,220 प्रतिभागियों ने 10 साल के आकलन को पूरा किया।
सोर्स: भाषा