नई दिल्ली: मांसपेशियों के दर्द और जोड़ों की चोट को ठीक करने के लिए सफदरजंग स्पोटर्स इंजरी सेंटर की सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। सेंटर के दूसरे चरण के विकास कार्य में एक स्वीमिंग पूल बनाया जाएगा, जिसका फायदा ऐसे मरीजों को भी मिलेगा जिनको फिजियोथेरपी के बाद भी दर्द में राहत नहीं मिली है।
सेंटर के आर्थोस्कोपी विभाग के डॉ. हिमांशु कटारिया ने बताया कि कॉमन वेल्थ खेल के दौरान सेंटर में मांसपेशियों के दर्द और चोट संबंधी कई आधुनिक सुविधाओं को शुरू किया गया था, जिसमें अभी तक शॉवर थेरेपी से मरीजों का दर्द कम किया जाता है। हाल ही में केन्द्र सरकार ने सफदरजंग स्पोटर्स इंजरी सेंटर के विकास के लिए 2.7 एकड़ जमीन मुहैया कराई है, जिसमें स्वीमिंग पूल के जरिए मरीजों को हाइड्रोथेरेपी दी जाएगी।
डॉ. हिमांशु ने बताया कि लंबे समय की आतंरिक चोट ठीक होने के बाद भी दर्द बना रहता है, जोड़ों की ऐसी समस्या के मरीजों को पूल में पसली तक के पानी में खड़ा रखकर एक्सरसाइज कराई जाती है। अभी शॉवर थेरेपी के जरिए शरीर के कुछ ट्रिगर प्वाइंट पर पानी के जरिए दर्द को कम किया जाता है। जबकि पूल बनने के बाद एक साथ 15 मरीजों को प्रशिक्षित फिजियोथेरेपी की मदद से थेरेपी कराई जा सकेगी। सेंटर के प्रमुख डॉ. दीपक चौधरी ने बताया कि विश्व स्तरीय सुविधाएं देने के क्रम में स्पोटर्स इंजरी सेंटर को सभी आधुनिक इलाज और उपकरणों से लैस किया जा रहा है। हाल ही में सेंटर में कंधे की चोट के लिए दक्षिण अफ्रीका की एंडोबटन तकनीक शुरू की है।