नई दिल्ली,
भारत सरकार की कोविड वैक्सीन के लिए गठित सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी के मूल्याकांन के बाद बच्चों की कोविड वैक्सीन के आपात प्रयोग की अनुमति दे दी गई है। हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने 2-18 साल से के बच्चों में कोविड वैक्सीन के प्रयोग का दूसरा और तीसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है। इसके बाद कंपनी ने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के समक्ष परीक्षण संबंधित डाटा जमा कराया गया। बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन लांच करने में जायडस कैडिला पहले नंबर पर है, अहमदाबाद की इस फार्मा कंपनी को तीन डोज की नीडल फ्री वैक्सीन को बच्चों में प्रयोग की अनुमति दी है। जायडस को डीजीसीआई ने अगस्त महीने में आपातकालीन प्रयोग की अनुमति दी थी।
कोविड टीकाकरण के लिए गठित भारत सरकार की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी ने भारत बायोटेक कंपनी द्वारा बच्चों के कोविड टीकाकरण संबंधी परीक्षण की जांच परख के बाद डीजीसीआई से इसके प्रयोग की अनुमित की अनुशंसा की है। स्वदेशी कोविड वैक्सीन को दो साल से 18 साल तक के बच्चों के लिए प्रयोग किया जाएगा। जायडस के एवज में भारत बायोटेक की वैक्सीन नीडल फ्री होगी या नहीं अभी इस पर कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कहा गया है। मालूम हो कि जायडस कैडिला को बच्चों की वैक्सीन के परीक्षण बाद सबसे पहले अनुमति दी गई, जायडस की बच्चों की वैक्सीन सूई रहित होगी, इसे तीन डोज में दिया जा सकेगा। वैक्सीन को सिरिंज नहीं बल्कि एक तरह के फार्माजेट एप्लीकेटर के माध्यम से दिया जाएगा। जिससे बच्चों को वैक्सीन लगाते हुए पता भी नहीं चलेगा। जायडस कैडिला को अनुमति देने से पहले डीजीसीआई ने वैक्सीन की गुणवत्ता और प्रभावकारिता की अच्छी तरह जांच की। भारत बायोटेक अब दूसरी कंपनी होगी जो बच्चों की कोविड वैक्सीन लांच कर सकेगी। बच्चों को स्वदेशी वैक्सीन की दो डोज दी जाएगी, पहली और दूसरी खुराक के बीच 20 दिन का अंतराल होगा।