नई दिल्ली: सरकारी अस्पतालों में संक्रमण का खतरा किसी से छुपा नहीं है। अधिक भीड़ और संसाधनों की कमी के बीच सफदजंग अस्पताल के आरडीए ने अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग की एक फोटो साक्षा की है, जिसमें एक बेड पर दो से तीन नवजात शिशुओं का इलाज किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ एक ही वार्ड पर गोद में बच्चे को लिए गई महिलाएं फर्श पर बैठी हैं। अस्पताल की यह फोटो खूब वायरल हो रही है, आरडीए ने वनबेड वन पेशेंट की मुहिम चलाते हुए कहा है कि एक ही बेड पर कई मरीजों का इलाज करने से हॉस्पिटल एक्वार्ड संक्रमण का खतरा रहता है, जिससे सुरक्षा की जिम्मेदारी अस्पताल प्रशासन की है। सफदरजंग अस्पताल के आरडीए प्रमुख डॉ. प्रकाश ठाकुर ने सोशल मीडिया में ग्रुप में फर्श पर बच्चों को गोद में लिए हुए फोटो साक्षा की है, वहीं दूसरी फोटो में अस्पताल के बेड पर तीन नवजात शिशुओं का इलाज किया जा रहा है। मालूम हो कि अस्पतालों में संक्रमण लंबे समय से एक मुद्दा बना हुआ है, 2013 में एम्स के ट्रामा सेंटर में एएचए का मामला सामने आया है।