नई दिल्ली
पन्द्रह साल बाद ही सही लेकिन देश में एलोपैथी चिकित्सा शिक्षा के सर्वोच्च संगठन एमसीआई ने मरीज और डॉक्टर के संवाद को पहली बार गंभीरता से लिया है। एमबीबीएस के नये पाठ्यक्रम में कम्युनिकेश स्किल्स को भी शामिल किया गया है, जिसमें डॉक्टर बनने वाले छात्रों को यह बताया जाएगा कि ओपीडी और वार्ड में मरीजों से कैसे बात की जाएं? हालांकि वर्ष 2003 में प्रदर्शित हुई राजकुमार हिरानी की फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस में यह संदेश देने की कोशिश की गई थी।
एमसीआई की नई गठित बोर्ड ऑफ गर्वनेंस की सहमति के बाद अगले साल दिसंबर महीने से शुरू होने वाले एमबीबीएस सत्र में छात्रों को व्यवहार और संवाद के गुर भी सिखाए जाएगें। इसके लिए एमसीआई ने सैलेबस भी तैयार कर लिया है। एमसीआई की नई गठित कमेटी के सदस्य डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा अंडर ग्रेजुएट मेडिकल छात्रों के लिए नया सैलेबस तैयार किया है। सूत्रों की मानें तो नये पाठ्यक्रम को बीओजी यानि बोर्ड ऑफ गर्वनेंस की मंजूरी मिलना लगभग तय है। इसके साथ ही पहली बार एमबीबीएस छात्रों को विषयों का चयन करने की भी स्वतंत्रता होगी, वर्ष 1997 के बाद एमबीबीएस के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है।