नई दिल्ली: सफदरजंग अस्पताल की नर्सो ने अपने हक की लड़ाई जीत ली है। नर्सो को आउटसोर्स करने का विरोध कर रही नर्सो के आगे झुकते हुए वित्त मंत्रालय ने सफदरजंग अस्पताल की 1109 नर्सो की स्थाई नियुक्ति का रास्ता साफ कर दिया है। अस्पताल की नर्सिंग एसोसिएशन ने पिछले साल नर्सो को आउटसोर्स और अस्थाई नियुक्ति देने को लेकर प्रदर्शन किया था। मिली जानकारी के अनुसार मंत्रालय की एक अहम बैठक में नर्सो की स्थाई नियुक्ति को मंजूरी दे दी गई। इससे पहले सरकार ने इमरजेंसी ब्लॉक एवं सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक के लिए 1400 नर्सो की आउटसोर्सिंग भर्ती का टेंडर निकाला था। ऑल इंडिया गवर्नमेंट फेडरेशन सहित देश भर की नर्सो ने सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना की थी। इस बावत फेडरेशन की महासचिव जीके खुराना को सरकार ने लिखित आश्वासन दिया कि भविष्य में नर्सो की आउटसोर्सिंग नहीं की जाएगी। बावजूद इसके दोनों नये ब्लॉक का उद्घाटन होने के बाद स्वास्थ्य ने 2764 पदों की आउटसोर्स भर्ती के लिए टेंडर निकाल दिया। जिसकी पुष्टि अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक ने भी की थी। सिनियर नर्सिंग यूनियन की प्रेमरोज सूरी ने बताया कि नर्सो के आंदोलन को देखते हुए बाद में सरकार ने फैसला वापस ले लिया। इसके बाद स्थाई नर्सो की नियुक्ति के फैसले को यूनियन की जीत ही कहा जाएगा।