नई दिल्ली: अगर आप टाइप टू मधुमेह के शिकार है और लगभग हर तरह का इलाज कर के देख चुके है तोह एक बात दालचीनी का इस्तेमाल करे. इस बाबत किये गए एक अधययन में देखा गया की लगातार सोलह हफ्ते तक नियमित छह ग्राम दालचीनी के प्रयोग से मेटाबोलिक सिंड्रोम में गज़ब का सुधार देखा गया। दालचीनी को शुगर या टाइप टू मधुमेह को ठीक करने के लिए किस तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसका पता लगाने के लिए 116 मरीजों को शोध में शामिल किया गया, इनमे कुछ को नियमित फ्री फ्लोर आटा और तीन ग्राम ओरल दालचीनी को कैप्सूल के रूप में दिया गया. दोनों ही श्रेणी के मरीजों में फास्टिंग में शुगर से स्तर में काफी बदलाव देखा गया, केवल शुगर ही नहीं दालचीनी के मदद से कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर और अन्य मेटाबोलिक सिंड्रोम भी नियंत्रित देखे गए. अध्धयन में शामिल जाने माने इंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ अनूप मिश्रा ने बताया कि अध्ययन के दूसरे चरण में आटा इसलिए शामिल किया गया क्यूकि एशियायी देशो में लोग खाने में आटे को प्रमुखता से शामिल करते है, एक निर्धारित मात्रा में आते में भी ग्लाइकेमिक इंडेक्स होता है जो खून में शुगर कइ स्तर को बढ़ता है, अनियमित दिनचर्या और खानपान की वजह कि विकासशील देशो में मधुमेह कि अलावा कई गैर संक्रामक बीमारिया बढ़ रही है, दालचीनी और मेटाबोलिक स्तर कि सम्बन्ध को पता लगाने के लिए 16 हफ्ते हैट नियमित छह ग्राम दालचीनी दी गई. अध्ययन को लिपिड इन हेल्थ एंड डिसीस में प्रकाशित किया गया।