नयी दिल्ली । पदम्श्री और डा. बीसी राय नेशनल अवार्ड प्राप्त डा. केके अग्रवाल ने आज इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के 88वें राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर शपथ ग्रहण किया। डा. आरएन टंडन बतौर मानद महासचिव के रूप में उनका सहयोग करेंगे। आईएमए देशभर में मार्डनपैथी विधा के डाक्टरों का सबसे बड़ा प्रतिनिधि संगठन है। जिसके देशभर की 1700 स्थानीय शाखाओं और 30 प्रदेश शाखाओं के 2.8 लाख से ज्यादा स्थानीय सदस्य हैं।
आईएमए की नई गवर्निंग बॉडी का यह पदग्रहण समारोह 77वीं सेंट्रल काउंसिल की बैठक नैटकोन 16 के दौरान अमृतसर में आयोजित किया गया है। इस मौके पर र्वल्ड मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. केतन देसाई और एमसीआई के अध्यक्ष डा. जयश्री बेन मेहता मुख्य मेहमान और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल विशेष अतिथि थे।
किसी की मृत्यु इलाज बिना न हो:
पदग्रहण संभालने के दौरान डा. केके अग्रवाल ने कहा कि डाक्टर का काम है मानव जीवन को बचाना। मैं यह प्रयास करूंगा कि अपने देशभर के डाक्टरों की मदद से उनके क्षेत्र में किसी भी बीमारी की मौत इलाज न मिल पाने ककी वजह से न हो। इसके लिए वह सभी स्टेट काउंसिलों को ग्रीवियंस सेल स्थापित करें। जहां पर वे डाक्टर मरीज के मध्य होने वाले मदभेदों को दूर करे। आईएमए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना जाना मुझे बेहद गर्व और हर्ष महसूस हो रहा है। मैं शपथ लेता हूं कि समर्पण, वचनबद्धता और ईमानदारी से इस कार्य की आगे बढ़ाउंगा। आईएमए की असली ताकत इस कही एकजुटता और संयुक्त वचनबद्धता में है ताकि मेडिकल पेशे को बेहतर बनाया जा सके। इसके लिए हमारे आने वाले साल के लिए हमारी थीम ‘आईएमए वन वायस’ होगी। इसके लिए हम वैिक सेवा स्वास्थ्य सेवा के लिए उपलब्ध, पहुंच के अंदर, किफायी और जिम्मेदार इन चर संकल्पों को अपना ध्येय बना, अपनी नीतियां तय करेंगे। पीसीपीएनडीटी एक्ट और क्लिनिकल एस्टाब्लिशमेंट एक्ट के अन्यायपूर्ण संकल्प के साथ-साथ डाक्टरों के खिलाफ बढ़ती हिंसा और अलोकतांत्रिक कानून एनएमसी के खिलाफ हमारी जंग जारी रहेगी।