महिला के रूप में जन्म लिया, लेकिन सेक्स नहीं कर पा रही हैं। कुछ ऐसी ही परेशानी महिला होते हुए भी दीपिका (बदला हुआ नाम) भी गुजर रही थी, क्योंकि जन्म के साथ ही उनके पास योनि ही नहीं था। डॉक्टरी भाषा में इस बीमारी को मेयर-रोकिटांस्की-कस्टर-हाउसर (एमआरकेएच) सिंड्रोम कहा जाता है। दिल्ली में दो दिन तक चले एक मेडिकल कांफ्रेंस में इस रेयर बीमारी से पीड़ित दो लड़कियों की सफल सर्जरी को केस स्टडी के रूप में पेश किया गया।
सनराइज हॉस्पिटल की सर्जन डॉक्टर निकिता त्रेहन ने कहा कि यह बीमारी महिलाओं में होती है और यह मुख्य रूप से प्रजनन प्रणाली को प्रभावित करती है। इस स्थिति में योनि और गर्भाशय या तो होता ही नहीं है या पूरी तरह से नहीं बना होता है। डॉ. निकिता त्रेहन ने कहा कि इन दोनों लड़कियों में योनि और गर्भाशय नहीं था। हमने एक सफल वेजाइनोप्लास्टी प्रक्रिया को अंजाम दिया जिसमें दो घंटे की सर्जरी के बाद एक योनि बनाने में सफल रहे। अब ये लड़कियां शारीरिक संबंध यानि सेक्स कर सकती हैं। लेकिन उन्हें बच्चे के जन्म के लिए सेरोगेट मां पर निर्भर होना पड़ेगा, क्योंकि उनके पास गर्भाशय भी नहीं है। सर्जरी या किसी अन्य इलाज से गर्भाशय का विकास नहीं किया जा सकता।