शाकाहारी अधिक करते हैं कार्बोहाइड्रेट का प्रयोग

fruitsनई दिल्ली: खाने में कम वसा रखने पर भी यदि आप वजन कम नहीं कर पा रहे हैं तो एक बार ग्लाइसिमिक इंडेक्स पर नजर डालिए, देश के चार प्रमुख शहरों के 900 लोगों पर किया गया अध्ययन कहता है कि डाइट को लेकर सक्रिय रहने वाले लोगों को भी जीआई की जानकारी नहीं है। इसके लिए डिब्बाबंद खाने में जीआई मुहर लगाने की वकालत की जा रही है।

न्यूट्रिशियन रिपब्लिक द्वारा किया गया अध्ययन बताता है कि जीआई के मामले में दिल्ली वालों की जानकारी अन्य शहरों में सबसे कम 40 प्रतिशत है, बंगलूरू के 50 प्रतिशत लोगों को जीआई की जानकारी है, मुंबई के 47 और कोलकता के 43 प्रतिशत लोग ग्लाइसिमिक इंडेक्स को लेकर जागरुक हैं। मोटापे के शिकार 88 प्रतिशत लोगों को जीआई की जानकारी नहीं हैं। अध्ययन में 225 डायटिशियन को भी शामिल किया गया, जिनके अनुसार 84 प्रतिशत डॉक्टरों का मानना है कि जीआई को नियंत्रित कर बिना डायटिंग के वजन को नियंत्रित रखा जा सकता है।

शोधकर्ता डॉ. प्रियंका रोहतगी ने बताया कि ग्लाइसिमिक इंडेक्स का संबंध केवल डायबिटिज के शिकार लोगों से ही नहीं है, शाकाहारी भी जाने अनजाने चावल, आटा, ड्रिंक्स, जंक फूड और कुल फलों के जरिए खाने में अधिक मात्रा में काब्र्रोहाड्रेड को शामिल कर लेते हैं। मंबई के लीलावती अस्पताल के इंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. शशांक जोशी कहते हैं कि कम जीआई युक्त खाना आपको अधिक देर तक पेट भरे होने का एहसास करता है जबकि अधिक जीआई युक्त खाना खाने से बार-बार खाने का मन करता है।

खाने की चीजों पर एक और मुहर
अनाज, जूस, जैम, जैली, स्नैक्स और अधिक काब्र्रोहाइड्रेड युक्त डिब्बाबंद खाने में ग्लाइसिमिक इंडेक्स की मात्रा की भी मुहर लगाई जाएगी। जर्नल ऑफ फिजिशियन एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सदस्यों ने जीआई प्रमाणिक खाद्य पद्धार्थो की मांग की है। मालूम हो कि 55 से कम मात्रा वाली चीजों को लो जीआई, 59-69 जीआई स्तर का सामान्य और 70 से ऊपर अधिक जीआई का मानक है।

क्यों नियंत्रित हो कार्बोहाइड्रेट
कार्बोहाइड्रेट शरीर में उर्जा देने वाली कैलोरी (ग्लूकोज) का मुख्य साधन है। लेकिन अधिक कार्ब के रूप में लिया गया ग्लूकोज ब्लड ग्लूकोज स्तर को बढ़ाता है। इसके लिए जरूरी है कि कार्बोहाइड्रेट के साथ ही खाने में प्रोटीन और फाइबर की बराबर मात्रा को शामिल करना चाहिए।

किसमें कितना जीआई
ब्रेड और बेकरी समान – 96
जूस और बेवरेज – 52
चावल – 69
आलू – 60
बाजारा – 57
सोयाबीन – 48
तरबूज – 72
नोट- जीआई के आधार पर खाद्य पद्धार्थो में ग्लाइसिमिक लोड को मापा जाता है।

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