पान खाने वाले डॉक्टरों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने फरमान जारी किया है। हाल ही में गोरखपुर कांड के बाद प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था पर अधिक ध्यान दिया जाने लगा है। बीते दिनों प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह जब एक जिले चिकित्सा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे तो बैठक में पान खाकर बात करने वाले चिकित्सा अधिकारी पर कड़ा रोष जताया, मौके पर ही स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारी के निलंबित कर दिया और आदेश जारी किया कि प्रदेश के किसी भी अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर ड्यूटी पर पान नहीं खा सकेगें।
ड्यूटी पर पान न खाने के आदेश पर कुछ लोगों ने सहमति जाहिर की है जबकि कुछ विशेषज्ञ इसे तुगलकी फरमान बता रहे हैं। नोएडा के जिला अस्पताल में काम करने वाले एक डॉक्टर ने नाम छापने की शर्त पर बताया कि इससे पहले सरकार ने मेडिकल छात्रों के पहनावे पर नियम लागू किए थे, अब पान ने खाने का फरमान जारी किया गया है जो चिकित्सकों की व्यक्तिगत स्वतंत्रता का हनन है। मालूम हो कि एक अनुमान के अनुसार प्रदेश के अधिकांश मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में चिकित्सक ड्यूटी के समय पान खाते है, कुछ चिकित्सकों के लिए बकाया पीक दान भी रखा गया है।