नई दिल्ली: दुनिया भर में मशहूर ब्रिटेन की हेल्थ जरनल लांसेंट का मानना है कि नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज से घिरे भारत में आयुष्मान भारत के तहत आम लोगों को स्वास्थ्य कवरेज को प्राथमिकता देने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। द लासेंट जरनल के प्रधान संपादक रिचर्ड होर्टन का कहना है कि मोदी ने स्वास्थ्य के महत्व को न केवल नागरिकों के प्राकृतिक आधार के तौर पर बल्कि देश के उभरते मध्यमवर्ग की बढ़ती आंकांक्षाओं को पूरा करने के लिए राजनीतिक औजार के तौर पर किया है।
उन्होंने इस पर पर जोर दिया है कि भारत में अगले आम चुनाव में स्वास्थ्य एक निर्णायक मुददा होगा। 12 सितंबर को द लासेंट ग्रुप ऑफ जर्नल्स में नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज पर भारत के विशेष संदर्भ में पांच बीमारियों के बोझ संबंधी अध्ययन के संदर्भ में होर्टन ने कहा कि भारत के भविष्य के प्रति विभिन्न दृष्टिकोणों को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच चल रही प्रतिस्पर्धा के बीच सवास्थ्य अगले साल के आम चुनाव में एक उपयुक्त निर्णायक मुद्दा बनेगा।
इस आलेख में कहा गया है कि आयुष्मान भारत के दो महत्वपूर्ण पहलू हैं, पहला आम लोगों को स्वास्थ्य की सुविधा के लिए डेढ़ लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का निर्माण और दूसरा सालाना पांच लाख प्रति परिवार का इंश्योरेंस कवरेज प्रदान करना, जिससे देश के दस करोड़ परिवारों को इसका फायदा पहुंचेगा।