नई दिल्ली,
मेडिकल के क्षेत्र में असाधारण समन्वय और दक्षता का परिचय देते हुए, राजधानी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला रोड, नई दिल्ली तक बनाए ग्रीन कोरिडोर से महज़ 27 मिनट में एक लाइव हार्ट को मंजिल तक पहुंचाया गया। सवेरे 3.30 बजे से 3.57 बजे के दौरान 20 किलोमीटर की इस दूरी को तय कर अस्पताल पहुंचे इस लाइव हार्ट से 59-वर्षीय एक मरीज को नया जीवनदान मिला है।
मरीज डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी से पीड़ित थे जिसमें हृदय की मासंपशियां काफी कमजोर पड़ जाती हैं, और इस गंभीर विकार की वजह से एक्यूट हार्ट फेल होने का खतरा बढ़ जाता है। मरीज को कई सालों पहले पेसमेकर भी लगाया गया था लेकिन पिछले एक वर्ष में उनकी हालत तेजी से बिगड़ने लगी थी, जिसकी वजह से वह अपने बिस्तर तक सिमटकर रह गए थे और उन्हें काफी थकान भी रहती थी। उनके मामले में अन्य कोई उपाय कारगर साबित नहीं हो रहा था, ऐसे में हार्ट ट्रांसप्लांट करना ही उनका जीवन बचाने की एकमात्र उम्मीद थी।
मरीज के लिए डोनर हार्ट नागपुर के 43-वर्षीय एक ऐसे व्यक्ति से मिला जिनकी ब्रेन स्ट्रोक की वजह से मृत्यु हो गई थी। मृतक के परिवार ने दुःख की इस घड़ी में भी परोपकारिता का परिचय देते हुए अंगदान करने का फैसला किया। मृतक के हार्ट को नेशनल ऑर्गेन टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गेनाइज़ेशन (NOTTO) को आवंटित किया गया और किंग्सवे हॉस्पीटल, नागपुर में 9 दिसंबर को इसे हार्वेस्ट किया गया।
इस डोनर हार्ट की अगली यात्रा किंग्सवे हॉस्पीटल, नागपुर से रात 12:53 बजे शुरू हुई। एयर एंबुलेंस से रात 1.12 बजे से इसे रवाना किया गया और लगभग 1067 किलोमीटर का हवाई सफर पूरा कर सवेरे 3.19 बजे यह दिल्ली हवाईअड्डे पहुंचा। यहां से इस डोनर हार्ट को तत्काल मंजिल तक पहुंचाने के लिए एक विशेष ग्रीन कोरिडोर तैयार किया गया था जिससे होते हुए सवेरे 3.57 बजे इस लाइव हार्ट को फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, ओखला पहुंचाया गया।
यहां डॉ ऋत्विक राज भुयान, डायरेक्टर – एडल्ट कार्डियाक सर्जरी और डॉ मिलिंद होते, डायरेक्टर – एडल्ट कार्डियाक सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला रोड, नई दिल्ली के नेतृत्व में एक्सपर्ट सर्जन्स की कुशल टीम ने सफलतापूर्वक हार्ट ट्रांसप्लांट किया। डॉ ऋत्विक राज भुयान, डायरेक्टर – एडल्ट कार्डियाक सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, ओखला, नई दिल्ली ने कहा, “एंड-स्टेज हार्ट फेलियर से पीड़ित इस मरीज के लिए यह ट्रांसप्लांट जीवनदायी हस्तक्षेप साबित हुआ। हमें नोटो ने एक संभावित डोनर के बारे में सूचना दी थी और मेडिकल टीमों तथा संबंधित अधिकारियों के बीच बेहतरीन समन्वय की मिसाल साबित करते हुए, हम इस डोनर हार्ट को कुशलतापूर्वक अस्पताल तक ट्रांसपोर्ट करवा सके। यह ट्रांसप्लांट हमारे मरीज के लिए नए जीवन का उपहार है, और हम इस निस्सवार्थ कार्य के लिए डोनर के परिजनों के आभारी हैं।”
डॉ मिलिंद होते, डायरेक्टर – एडल्ट कार्डियाक सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला रोड, नई दिल्ली ने कहा, “हम इस साहसी कदम और परोपकारी भाव के लिए डोनर के परिवार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं। अंगदान सचमुच महादान होता है जो जरूरतमंद मरीजों की जिंदगी बदल सकता है। मौजूदा मामले में मेडिकल टीमों, नोटो तथा ट्रैफिक पुलिस समेत अन्य कई स्थानीय अधिकारियों/एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों से इस उपलब्धि को हासिल किया जा सका। उनके अथक सहयोग ने इस जटिल और समय के लिहाज़ से नाजुक प्रक्रिया की सफलता सुनिश्चित की है।”
डोनर हार्ट जिन मरीज को लगाया गया वह पिछले करीब एक दशक से भी अधिक समय से ट्रांसप्लांट का इंतजार कर रहे थे, और अब इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद वह काफी सही तरीके से रिस्पॉन्ड कर रहे हैं, तथा रिकवर हो रहे हैं। इस मामले ने एक बार फिर अंगदान के महत्व तथा मरीजों का जीवन बचाने में एडवांस स्तर पर मेडिकल समन्वय की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया है।
डॉ विक्रम अग्रवाल, फेसिलिटी डायरेक्टर, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला रोड, नई दिल्ली ने कहा, “हम ग्रीन कॉरिडोर को तैयार करने में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के अनुकरणीय प्रयासों की सराहना करते हैं, जिसके चलते डोनर हार्ट को शहर में लंबी दूरी नापने के बाद समय से अस्पताल पहुंचाना मुमकिन हुआ। साथ ही, मैं डोनर परिवार द्वारा अंगदान करने का इतना बड़ा फैसला लेने के लिए उनके प्रति भी हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। उनके इस निस्स्वार्थ कदम से एक मरीज को नया जीवन मिला है। इस मामले ने एक बार फिर फोर्टिस एस्कॉर्ट्स की बेजोड़ कार्डियाक केयर तथा जटिल प्रक्रियाओं को कुशलतापूर्वक संभालने की क्षमताओं की पुष्टि करते हुए, वर्ल्ड क्लास क्लीनिकल केयर प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धताओं को दोहराया है।”