नई दिल्ली: दुनिया में हर साल कुष्ठ रोग के दो लाख नये मामले दर्ज किए जाने के मद्देनजर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस रोग की रोकथाम के लिए एक वैश्विक साझेदारी शुरू की है। साथ ही, इसने कहा है कि इस रोग को खत्म करने की कोशिशों के लिए एक साझा विजन के साथ एक मजबूत कोशिश किए जाने की जरूरत है। डब्ल्यूएचओ के सहयोग से कई संगठनों ने ‘ग्लोबल पार्टनरशिप टू स्टॉप लेप्रोसी’ शुरू की है।
विश्व कुष्ठ रोग दिवस, 2018 से पहले यह नयी साझेदारी शुरू की गई है। इसका उद्देश्य दुनिया के विभिन्न हिस्सों में कुष्ठ रोग को समाप्त करने के लिए प्रमुख एजेंसियों और संगठनों को साथ लाना है। गौरतलब है कि कुष्ठ रोग के खिलाफ कोशिशें बढ़ाने के लिए विश्व कुष्ठ रोग दिवस हर साल जनवरी के आखिरी हफ्ते में मनाया जाता है। इस साल इस दिवस का लक्ष्य बच्चों में 2020 तक कुष्ठ रोग से संबंधित अशक्तता को समाप्त करने पर ध्यान केंद्रित करना है।
डब्ल्यूएचओ की दक्षिण पूर्व एशिया मामलों की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने बताया कि नवोन्मेषी समाधानों के साथ शेष चुनौतियों से निपटने के लिए प्रमुख साझेदारों के एक सम्मिलित रूख से इस रोग के खिलाफ कोशिशें बढ़ने की उम्मीद है। सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के तौर पर कुष्ठ रोग का वैश्विक उन्मूलन साल 2000 में हासिल कर लिया गया था। इसकी मौजूदगी प्रति 10,000 आबादी पर एक मामले से भी कम हो गई। लेकिन दुनियाभर में हर साल इसके औसतन दो लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए। डब्ल्यूएचओ ने कहा, ‘‘हालांकि प्रगति तो हुई है लेकिन यह बहुत धीमी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन को साल 2017 में दुनिया भर में बच्चों में कुष्ठ रोग के करीब 18,472 नये मामलों की जानकारी दी गई।