इंसेफलाइटिस प्रभावित 13 जिलो में आज से 30 अगस्त तक चलेगा स्वच्छता अभियान

लखनउ: (भाषा) सरकार ने वेक्टर और गंदगी से होने वाली बीमारियों से बचाव, रोकथाम एवं उनके नियंत्रण हेतु प्राथमिकता के आधार पर सभी जनपदों में आज से 25 अगस्त तक विशेष सफाई चलाने का निर्देश दिया है. वहीं एक्यूट इंसेफलाइटिस सिन्ड्रोम और जापानी इंसेफलाइटिस प्रभावित 13 जनपदों में यह अभियान 30 अगस्त तक जारी रहेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को उक्त निर्देश दिये हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सीतापुर एवं लखीमपुर खीरी एक्यूट इंसेफलाइटिस सिन्ड्रोम और जापानी इंसेफलाइटिस से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

कुमार ने निर्देश दिया है कि अभियान के प्रभावी क्रियान्यवन हेतु न्याय पंचायत स्तर पर एक जिम्मेदार अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुये रोस्टर बनाया जाए। अभियान अवधि में विशेष सफाई अभियान के निर्देशों का कडाई से अनुपालन सुनिश्चित करते हुए इस दौरान की तस्वीरें और इसकी प्रगति रिपोर्ट 28 अगस्त तक उच्च अधिकारियों को देनी होगी। मुख्य सचिव ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को परिपत्र भेज कर उक्त निर्देश दिये हैं. परिपत्र में उन्होंने कहा कि बारिश के दौरान पंचायतों में साफ-सफाई के अभाव में बीमारियां फैलने से समुदाय के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है. गांव और शहर की भीतरी गलियों से गन्दगी, गोबर, कूडा-करकट और मिट्टी आदि बहकर नालियों में चले जाते हैं. इससे जल निकासी प्रभावित होती है और जल-भराव के हालात पैदा हो जाते हैं. इससे गंदगी और वेक्टर जनित रोगों का खतरा पैदा हो जाता है।

उसमें कहा गया है कि अभियान के दौरान सभी जनपदों में विस्तृत कार्ययोजना बनायी जाए और ग्राम पंचायतों में तैनात सभी सफाई कर्मियों की दो-से-पांच दिन का रोस्टर बनाकर बंद नालियों, गन्दी गलियों, हैण्डपम्पों के आसपास की जगहों, अन्य पेयजल स्रोतों के आसपास एवं तालाब की सफाई हेतु विशेष जवाबदेही तय की जाये। मुख्य सचिव कुमार ने निर्देश दिया है कि इस दौरान सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम्य स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति की विशेष बैठक आयोजित की जाए। ग्राम सभाओं की बैठक करके लोगों को स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, मच्छरदानी का उपयोग करने की दिशा में जागरुक किया जाये। इस कार्य में सहायता के लिए दीवार लेखन, समूह बैठकों, स्कूली बच्चों की रैली, प्रभात फेरी आदि का आयोजन किया जाये। परिपत्र में कहा गया है कि अन्य प्रचार सामग्री के प्रयोग के साथ ही भारी मात्रा में ज्यादा से ज्यादा लोगों को क्लोरीन टैबलेट का वितरण सुनिश्चित किया जाये। इसमें निर्देश दिया गया है कि नालियों से जल-निकासी की समुचित व्यवस्था की जाये। यदि नालियां अतिक्रमण की शिकार हैं तो पुलिस उन्हें मुक्त कराये। मुख्य सचिव ने कहा है कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए यथासंभव स्वयंसेवी संस्थाओं व सामुदायिक संस्थाओं का सहयोग लिया जाये।

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