नई दिल्ली,
हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा हर साल आयोजित किए जाने वाला परफेक्ट हेल्थ मेला इस बार पूरी तरह डिजिटल होगा। संगठन के अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल द्वारा सोमवार को 27वे मेले की औपचारिक शुरूआत की गई। इस साल मेले का आयोजन कोविड महामारी पर आधारित है, इसमें लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना, स्वास्थ्य की सुरक्षा और कोरोना काल में खुद को कैसे सुरक्षित रखें आदि विषयों को शामिल किया गया है। संगठन की वेबसाइड पर इसका नियमित रूप से सीधा प्रसारण किया जाएगा।
कार्यक्रम में बोलते हुए पद्मश्री और हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. केके अग्रवाल ने बताया कि कोरोना काल में हम न्यू एरा में जी रहे हैं, जैसा कि यह पूर्व निर्धारित था कि इस साल परफेक्ट हेल्थ मेला का आयोजन भी सुरक्षा संबंधी सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए ही किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह वह समय है जबकि सभी को इम्यूनिटी, फ्लेसिबिलिटी और स्वास्थ्य संबंधी ज्ञान की बहुत आवश्यकता है, मेले में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि सभी मानकों के अनुरूप हम स्वास्थ्य ज्ञान के संदर्भ में लोगों को जागरूक कर सकें।
परफेक्ट हेल्थ मेले के पहले दिन हेल्थ दरबार दिखाया गया और विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा विज्ञान की गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों ने भाग लिया। परफेक्ट हेल्थ मेले में मंगलवार से शनिवार तक दोपहर तीन बजे से पांच बजे तक निशुल्क ओपीडी का आयोजन किया जाएगा, जिसमें महामारी में विभिन्न बीमारियों से निपटने के लिए लोगों की सहायता जानकारी के माध्यम से की जाएगी। कवि अशोक चक्रधर ने परफेक्ट हेल्थ मेले के डिजिटल आयोजन पर हार्ट केयर फाउंडेशन ऑफ इंडिया को बधाई दी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के वैज्ञानिक डॉ. एबीपी मिश्रा ने कहा कि विज्ञान और कला साथ साथ चलते हैं, परफेक्ट हेल्थ मेला लोगों को स्वास्थ्य, स्वस्थ मन और शरीर के महत्व के बारे में शिक्षित करने के लिए दोनों को दिलचस्प तरीके से जोड़ता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि महामारी के इस समय में सभी इस कार्यक्रम से डिजिटली जुड़े और स्वास्थ्य संबंधी अपनी जानकारी को बढ़ाएं। मालूम हो कि वर्ष 1993 में पहली बार परफेक्ट हेल्थ केयर मेले का आयोजन किया गया था, जिसके बाद से लगातार हर साल संगठन द्वारा वार्षिक मेले का आयोजन किया जा रहा है। निजी, सरकारी, कारपोरेट और गैर लाभकारी संगठनों के अलावा 200 संगठन मेले से जुड़ते हैं।