शोध जिनेवा, :भाषा: एक नए सर्वे में पता चला है कि भारत में प्रति एक लाख लोगों पर सिर्फ एक ऐनेस्थेसिस्ट है। इसमें यह जानकारी भी सामने आई कि दुनियाभर में प्रति पांच अरब लोगों को सुरक्षित और किफायती ऐनेस्थेसिया और शल्यक्रिया संबंधी देखरेख उपलब्ध नहीं है। ऐनेस्थेसियोलॉजिस्ट के वैश्विक संगठन दी वर्ल्ड फेडेरेशन ऑफ सोसाइटीज ऑफ ऐनेस्टोशियोलॉजिस्ट्स ने एक ऑनलाइन रिसोर्स टूल लांच किया जिसमें दुनियाभर के ऐनेस्थेसिया देने वालों का खाका सामने आ जाता है। इसके मुताबिक, ऐसे देशों की संख्या सबसे ज्यादा है जहां प्रति एक लाख की आबादी पर ऐनेस्थेसिया देने वालों की संख्या पांच से भी कम है। ये आंकडे पिछले हफ्ते जिनेवा, स्वीट्जरलैंड में पेश किए गए। इनके मुताबिक भारत में 1.3 अरब की आबादी पर 883,812 फिजिशियन है जबकि ऐनेस्थेसिया देने वाले फिजिशियनों की संख्या महज 16,500 है। इसका मतलब है कि भारत में प्रति एक लाख की आबादी पर ऐनेस्थेसिया देने वाले फिजिशियनों का घनत्व महज 1.27 है। रिपोर्ट के मुताबिक भारत में शल्यचिकित्सकों की संख्या 31,560 है जबकि ऐसे फिजिशियन जो ऐनेस्थेसिया देने की योग्यता भी रखते हैं उनकी संख्या 12,000 है। यह सर्वे वर्ष 2015-2016 के बीच किया गया था।