एपीएसआई ने प्लास्टिक सर्जरी दिवस मनाया

नई दिल्ली,
प्लास्टिक सर्जरी प्रति वर्ष लाखों लोगों के जीवन में बदलाव ला रही है। जन्मजात हुई किसी अंग की बनाबट को ठीक करने की बात हो या किसी दुर्घटना में घायल लोगों के शरीर को सही आकार में लाना हो, प्लास्टिक सर्जरी से डॉक्टर हजारो लोगों का आत्म विस्वास बड़ा रहे हैं।
15 जुलाई को पूरे देश में प्लास्टिक सर्जरी दिवस मनाया गया। इस संदर्भ में एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ रवि महाजन की पहल पर 16 जुलाई को सुश्रुत फिल्म महोत्सव आयोजित किया गया। एएसपीआई के जन जागरूकता प्रयास के रूप में सुश्रुत फिल्म महोत्सव की तीन पुरस्कार विजेता फिल्मों का प्रदर्शन दिल्ली के चाणक्यपुरी में किया गया।
इस अवसर पर भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण और स्वस्थ्य सेवाओं के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) अतुल गोयल, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में एएसपीआई के कोषाध्यक्ष डॉक्टर समीक भट्टाचार्य ने भारत में प्लास्टिक सर्जरी की भूमिका के बारे में अपना व्याख्यान दिया और लोगों को हो रहे फायदों के बारे में बताया। डॉक्टर समीक ने बताया कि प्लास्टिक सर्जरी को मुख्य रूप से चेहरे के आस-पास के अंगों जैसे आंख, कान, नाक, होठ इत्यादि पर की जाती है। इस प्रकार यह सर्जरी इन अंगों को सुधार कर शरीर को खूबसूरत बनाने में सहायक होती है। डॉ. समीक ने यह भी ने बताया कि जन्म जात हुई कमियों को दूर करने या रोज होती सड़क दुर्घटना के बाद मरीज के शरीर को खूबसूरत बनाने, उसका आत्मविश्वास बढ़ाने, बढ़ती उम्र के निशानों को मिटाने और अन्य परिस्थियों में मरीज के जीवन को बेहतर बनाने में प्लास्टिक सर्जरी और सर्जन किस तरह अहम् भूमिका निभा रहे है उन्होंने सरकार से प्लास्टिक सर्जरी को बढ़ावा देने के लिए हर तरह से सहयोग करने कि अपील की।
भारत में सर्जरी हजारों साल से होती है। महर्षि सुश्रुत को सर्जरी के अविष्कारक है। आपको बता दें कि हमारे देश में कई समाज सेवी संस्थाएं ऑपरेशन के लिए निशुल्क शिविर लगाकर प्रति वर्ष प्लास्टिक सर्जरी के माध्यम से लोगों को लाभ पंहुचा रहे हैं।

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