नई दिल्ली,
नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र से भाजपा की एमपी मीनाक्षी लेखी का हीमोग्लोबिन सामान्य से कम पाए जाने पर वह एक ब्लड डोनेशन कैंप में चाहकर भी रक्तदान नहीं कर पाईं। सांसद मीनाक्षी लेखी सफदरजंग अस्पताल में कारगिल दिवस पर आयोजित ब्लड डोनेशन कैंप में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची थी। उनके रक्तदान करने की इच्छा को देखते हुए चिकित्सकों ने जब जांच की तो पता चला कि उनका हीमोग्लोबिन का स्तर 11.7 है, यह सामान्य हीमोग्लोबिन से कम है, इसलिए उन्हें रक्तदान के लिए अयोग्य करार दिया।
खून में हीमोग्लोबिन के स्तर का कम होने का मतलब एनीमिया की शुरूआत या फिर आयरन की कमी से माना जाता है। देश की प्रतिष्ठित एमपी का हीमोग्लोबिन कम हो सकता है तो अन्य लड़कियों में इसकी क्या उपस्थिति होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार देश में 53.2 प्रतिशत सामान्य महिलाएं, 50.4 प्रतिशत गर्भवती महिलाएं एनीमिया की शिकार हैं। हीमोग्लोबिन कम होना एनीमिया की प्रमुख वजह में एक एक माना गया है। देशभर में 800 मिलियन महिलाएं एनीमिया की शिकार हैं, गर्भधारण करने की 18 से 49 वर्ष की आयुवर्ग के बीच की 52 प्रतिशत महिलाएं किसी न किसी वजह से एनीमिया की शिकार हैं, एनीमिया की प्रारंभिक वजह आयरन की कमी को माना गया है, मलेरिया, पैरासाइट्स, खाने में पोषक तत्वों की कमी, अधिक जंक युक्त भोजन आदि को भी एनीमिया की मुख्य वजह पाया गया है। ग्रामीण ही नहीं, शहरी क्षेत्र की महिलाएं भी एनीमिया की शिकार हैं। रक्त में हीमोग्लोबिन की मात्रा को सामान्य रखने के लिए खाने में इसमें खाने में संतुलित आहार को शामिल करने आवश्यक है। स्वैच्छिक रक्तदान के लिए पिछले बीस साल से काम कर रहे डॉ. एनके भाटिया ने बताया कि रक्तदान के लिए 40 प्रतिशत महिलाएं अयोग्य पाई जाती हैं, क्योंकि उनके रक्त में हीमोग्लोबिन सामान्य से बेहद कम पाया जाता है और यही एनीमिया की गंभीर शुरूआत है।
क्या है सामान्य हीमोग्लोबिन का स्तर
पुरूषों के लिए सामान्य हीमोग्लोबिन का स्तर 13.5 से 17.5 ग्राम प्रति डेसीलीटर और महिलाओं के लिए 12 से 15 ग्राम प्रति डेसीलीटर हीमोग्लोबिन को सामान्य स्तर माना गया है। इससे कम पर कोई भी महिला या पुरूष रक्तदान नहीं कर सकता।
महिलाएं कर कब सकती हैं रक्तदान!
– यदि महिला रक्तदान के समय महावारी के समय से नहीं गुजर रही हो
– सामान्य व्यस्क महिला का वजन 50 किलोग्राम से 160 किलोग्राम के बीच हो
– उम्र 17 साल से 66 साल के बीच की ही हो।
– रक्त की सभी जांच सामान्य पाए जाने पर एक साल में महिलाएं तीन बार रक्तदान कर सकती हैं।
– गर्भवती महिला रक्तदान नहीं कर सकती