नई दिल्ली: एम्स की नर्स राजबीर कौर की मौत इलाज में लापरवाही की वजह से हुई। इस बावत एम्स प्रशासन द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट जारी कर दी गई है। एम्स कार्यकारी निदेशक के साथ हुई दो चरण की बैठक के बाद नर्स की मौत से जुड़े नौ पहलूओ पर कमेटी ने अपना निर्णय दिया। जिसमें परिजनों को दस लाख रुपए का मुआवजा और आश्रित को एम्स में नौकरी के साथ एनीस्थिसया विभाग के वरिष्ठ रजिडेंट डॉक्टर को बर्खास्त करने का आदेश दिया है।
संस्थान के उपनिदेशक (प्रशासन) वी श्रीनिवास ने बताया कि संस्थान द्वारा गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद एम्स प्रशासन ने राजबीर के परिजनों को दस लाख रुपए का मुआवजा और परिवार के किसी एक व्यक्ति को अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने का फैसला किया है। दो चरण में हुई जांच में एनीस्थिया विभाग के वरिष्ठ रेजिडेंट चिकित्सक को दोषी मानते हुए बर्खास्त कर दिया गया, जो कि मौके पर अपनी ड्यूटी पर उपस्थित नहीं थे।
महिला एवं प्रसूति रोग विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक को भी इस बावत दोषी मानते हुए निदेशक द्वारा असंतोष जनक काम का पत्र जारी किया जाएगा। राजबीर के इलाज में एनीस्थिया विभाग के जूनियर रेजिडेंट चिकित्सकों को नोटिस जारी किया जाएगा, जो इलाज के समय महिला एवं प्रसूति रोग विभाग के चिकित्सकों के भरोसे ओटी को छोड़ कर चले गए थे। जांच कमेटी ने रिपोर्ट में जारी नौ बिंदुओं पर इलाज में लापरवाही की बात स्वीकार की है। मालूम हो कि नर्स की चार फरवरी को मौत हो गई थी।