ओमिक्रान आरटीपीसीआर जांच से ही पहचान में आ जाएगा

नई दिल्ली,
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने कोरोना के नये वेरिएंट को लेकर मंगलवार को एक उच्च स्तरीय वर्चुअल बैठक का आयोजन किया। केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी अंतराष्ट्रीय उड़ानों के यात्रियों का सघन परिक्षण, आरटीपीसीआर जांच और 14 दिन का यदि आवश्यक हो तो क्वारंटाइन समय पर आदेश दिए गए है। विशेषज्ञों के समूह की बैठक में इस बात को कहा गया कि कोविड का नया वेरिएंट आरटीपीसीआर जांच से भी पहचाना जा सकता है, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार के बाद राज्य स्तर पर लैबारेटरीज का समूह कांस्ट्रिडियम तैयार है, इससे अधिक सघन स्तर पर वायरस की जांच कर उसे पहचाना जा सकता है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सचिव डॉ. राजेश भूषण, नीति आयोग के सदस्य स्वस्थ्य डॉ. वीके पॉल, राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की। राज्यों को ओमिक्रान के बावत दिए गए दिशा निर्देशों के अनुसार सभी 34 अंर्तराष्ट्रीय विमान गेट वे पर विशेष रूप से निगरानी करने की जरूरत है। इस संदर्भ कोविड प्रभावित देशों से आ रहे यात्रियों की आरटीपीसीआर जांच और आठ दिन का निगरानी समय निश्चित किया गया है। सभी कोविड पॉजिटिव मरीजों के सैंपल की जांच अतिरिक्त जांच के लिए इंसाकॉग लैबोरेटरी को भेजे जाएगें, राज्यों से कहा गया है कि ऐसे सभी मरीजों को 14 दिन के सघन निगरानी में रखा जाए। भारतीय विमानन मंत्रालय, विदेश मंत्रालय और ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन, स्टेट एअरपोर्ट पब्लिक हेल्थ ऑफिसर और राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों की उपस्थिति में हुई बैठक में सभी अंर्तराष्ट्रीय प्रवेश गेटवे पर यात्रियों की सघन जांच के दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। आईसीएमआर के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कि नया वेरिएंट ओमिक्रान आरटीपीसीआर जांच से पहचाना जा सकता है इस लिहाज से संक्रमण से बचाव के लिए हमारी व्यवस्थाएं बेहतरी कही जा सकती हैं। सभी राज्य संभावित खतरे या लक्षण वाले यात्रियों या लोगों की सघन जांच कर वायरस के फैलाव को रोक सकते हैं।

तीन संभावित यात्रियों में नहीं मिला वेरिएंट
इसी बीच दक्षिण अफ्रीका लौटे ने यात्रियों में कोविड के नये वेरिएंट की पुष्टि नहीं हो पाई है। मुंबई शहर में बीते 15 दिनों में अफ्रीकी देशों से 1,000 लोग आए हैं। दक्षिण अफ्रिका में ही ओमिक्रान वैरिएंट का पहला मामला पाया गया है और उसके बाद कई अन्य अफ्रीकी देशों में इसका विस्तार हुआ है। ऐसे में मुंबई में करीब 1,000 यात्रियों का अफ्रीकी देशों से आना चिंताओं को बढ़ाने वाला है। बीएमसी के अतिरिक्त कमिश्नर सुरेश काकानी ने कहा कि कुल 466 लोगों की लिस्ट अब तक मिली है, जिनमें से 100 का टेस्ट किया गया है, हालांकि दक्षिण अफ्रीका से लौटे तीन कोविड पॉजिटिव मरीजों में ओमिक्रान नहीं पाया गया है, इसमें एक महिला जबलपुर की थी, जो आर्मी ऑफिसर थी महिला में नये वेरिएंट की पुष्टि नहीं हो पाई है। मालूम हो कि सोमवार को ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा था कि ओमिक्राम वैरिएंट का रिस्क काफी ज्यादा है और इसे लेकर सावधान रहने की जरूरत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *