नई दिल्ली,
91 दिन के लॉकडाउन के बाद एक बार फिर एम्स की ओपीडी सेवाओं को सामान्य करने की कोशिश की जाएगी। 25 जून यानि कल गुरूवार से संस्थान में काउंटर पंजीकरण कराया जा सकेगा। लेकिन फिलहाल केवल 15 पुराने मरीज ही सेवा का लाभ ले सकेंगे। विभाग चाहे तो अपनी सुविधा के अनुसार सीमित संख्या में पुराने मरीज भी देख सकेगा। मरीजों की सूची संबंधित विभाग के सामने 48 घंटे पहले चस्पा कर दी जाएगी, जिसमें देखे जाने वाले मरीजों के नाम व मोबाइल नंबर होगें।
लॉकडाउन का समय शुरू होने के कारण एम्स में बीते कुछ दिनों से सामान्य ओपीडी सेवाओं की जगह ऑन लाइन कंसलटेंसी सुविधा के जरिए मरीज देखे जा रहे थे। अब धीरे धीरे सेवाओं को सामान्य करने की कोशिश में कल से ओपीडी का पंजीकरण शुरू हो सकेगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग के चिकित्सक इस बात का फैसला लेने के लिए स्वतंत्र होगें कि ऑन लाइन कंसल्टेंसी ले रहें किन मरीजों को फिजिकली ओपीडी में बुलाने की जरूरत है। इसके लिए राजकुमारी अमृतकौर ओपीडी से नहीं, बल्कि विभाग के कर्मचारी ही मरीजों को सीधे ओपीडी में बुला सकेंगे, इससे राजकुमारी अमृतकौर ओपीडी में पंजीकरण के लिए लगने वाली भीड़ को रोका जा सकेगा। जिन मरीजों को विभाग फिजिकल ओपीडी के लिए अप्वाइंटमेंट देगें, उनकी सूची मरीज के नाम और मोबाइल नंबर सहित विभाग के बाहर चस्पा कर दी जाएगी। मरीजों की लिस्ट सभी विभाग को मेल के जरिए संस्थान को दो दिन पहले ही भेजनी होगी। मालूम हो कि एम्स में सामान्य दिनों मे दस से 12 हजार नये पुराने मरीजों की ओपीडी होती थी।